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10 हजार रुपये तक गिरा सोना, आप भी कर सकते है निवेश

Apurva Srivastav
21 Feb 2021 4:44 PM GMT
10 हजार रुपये तक गिरा सोना, आप भी कर सकते है निवेश
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सोने में निवेश करें या शेयर बाजार में या फिक्स्ड डिपॉजिट करवा लें।

कोरोना काल में सोने में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अगस्त में सोने-चांदी ने अपना उच्चतम स्तर छुआ, क्योंकि तब लोग डरे हुए थे, लेकिन जैसे ही कोरोना वैक्सीन आई, लोगों ने सोने से अपना निवेश निकालना शुरू कर दिया और शेयर बाजार में पैसे लगाने लगे। लोगों के डर की वजह से जो सेंसेक्स मार्च 2020 में 25,638 तक गिर गया था, उसी सेंसेक्स ने 52,500 के भी ऊपर तक की छलांग लगाई। हालांकि, अब फिर से शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है और सेंसेक्स 51 हजार के स्तर के भी नीचे आ गया है। अब सवाल ये है कि क्या सोना अभी और गिरेगा? क्या बाजार और ऊपर जाएगा? सोने में निवेश करें या शेयर बाजार में या फिक्स्ड डिपॉजिट करवा लें। आइए जानते हैं।

10 हजार रुपये तक गिर चुका है सोना
सोने की कीमत में ऑल टाइम हाई से करीब 10 हजार रुपये तक की गिरावट आ चुकी है। बल्कि यूं कहें कि सोना अपने करीब 8 महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। 2020 में सोना 28 फीसदी तक चढ़ा था और अब 10 हजार रुपये तक गिर चुका है। सिर्फ इसी साल में सोने में करीब 4000 रुपये तक की गिरावट आई है। इतना ही नहीं, चांदी में भी 10 हजा रुपये तक की गिरावट देखने को मिली है।
सोने में निवेश करें या कहीं और?
इस वक्त शेयर बाजार रेकॉर्ड बना रहा है, जबकि सोना काफी निचले स्तर पर है। ऐसे में लोग ये सोच रहे हैं कि कहां निवेश करें? सोने में या फिर शेयर बाजार में या फिर इन सबसे अलग फिक्स्ड डिपॉजिट करना सही रहेगा? शेयर बाजार अभी काफी ऊपर है, जिससे बबल भी माना जा रहा है तो इसमें निवेश करना काफी जोखिम भरा है। वहीं फिक्स्ड डिपॉजिट में काफी कम ब्याज मिल रहा है तो वहां भी निवेश करने पर रिटर्न अच्छा नहीं मिलेगा। वहीं अगर बात सोने की करें तो पिछले साल उसने 28 फीसदी का रिटर्न दिया है। उससे पिछले साल भी सोने का रिटर्न करीब 25 फीसदी रहा था। अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश कर रहे हैं तो सोना अभी भी निवेश के लिए बेहद सुरक्षित और अच्छा विकल्प है, जिसमें शानदार रिटर्न मिलता है।
अभी क्या है सोने-चांदी का हाल?
बहुमूल्य धातुओं की वैश्विक कीमतों में गिरावट आने के बाद दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 239 रुपए टूटकर 45,568 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार बृहस्पतिवार को सोना 45,807 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 723 रुपये की गिरावट के साथ 67,370 रुपये प्रति किलो पर आ गयी। बहुमूल्य धातु का पिछला बंद भाव 68,093 रुपये प्रति किलो था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,774 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया जबकि चांदी 26.94 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रही।
वायदा बाजार में शुक्रवार को गिरा था सोना
कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों की कटान की जिससे वायदा कारोबार में शुक्रवार को सोना 0.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 46,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अप्रैल महीने में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 126 रुपये यानी 0.27 प्रतिशत की हानि के साथ 46,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 13,987 लॉट के लिये कारोबार किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.24 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता 1,770.70 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।
चांदी भी वायदा बाजार में गिरी
कमजोर हाजिर बाजार की मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को कम किया जिससे वायदा बाजार में शुक्रवार को चांदी वायदा कीमत 586 रुपये की गिरावट के साथ 67,908 रुपये प्रति किलो रह गयी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के मार्च महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 586 रुपये यानी 0.86 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67,908 रुपये प्रति किलो रह गयी जिसमें 12,130 लॉट के लिये कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर, न्यूयार्क में चांदी की कीमत 0.62 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26.96 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।
सोने को लेकर क्या घोषणा हुई थी बजट में?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने अपने बजट प्रस्तावों में सोने और चांदी पर आयात शुल्क (import tax) में भारी कटौती की घोषणा की थी। सीतारमण ने सोने और चांदी पर आयात शुल्क में 5 फीसदी की कटौती की है। फिलहाल सोने और चांदी पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क चुकाना पड़ता है। इस तरह से अब सोने और चांदी पर सिर्फ 7.5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी चुकानी होगी। इससे सोने और चांदी की कीमतों में कमी आएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि जुलाई 2019 में सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी किया गया था। इसके चलते सोने के दाम काफी बढ़े हैं। इसे देखते हुए सरकार सोने और चांदी पर सीमा शुल्क को तर्कसंगत बनाएगी। इस घोषणा के बाद सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट आएगी। भारत बड़े पैमाने पर सोने का आयात करता है। चीन के बाद भारत सोने का सबसे बड़ा खरीदार है। वित्त मंत्री के इस फैसले से सोने की तस्करी पर भी अंकुश लगेगा। हाल में सोने की तस्करी में तेजी आई है।
2020 में 28 फीसदी महंगा हुआ सोना
साल 2020 सोने के लिए बहुत ही शानदार (Gold Price in 2020) साबित हुआ है। 2020 में सोने की कीमत करीब 28 फीसदी तक बढ़ी है। अगस्त के महीने में तो सोने-चांदी ने एक नया रेकॉर्ड ही बना दिया था और अपना ऑल टाइम हाई का स्तर छू लिया था। ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत में ही सोने की कीमत बढ़ी है। वैश्विक बाजार में भी सोना करीब 23 फीसदी महंगा हुआ। इससे पहले 2019 में भी सोने के दाम में बढ़ोतरी की दर डबल डिजिट में थी, इस बार भी सोने दाम में बढ़ोतरी की दर डबल डिजिट में है।
क्यों बढ़ी इतनी अधिक कीमत
2020 में सोने के दाम में तगड़ी तेजी की वजह कोरोना वायरस रहा, जिसकी वजह से लोग निवेश का सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे। सोने में निवेश हमेशा से ही सुरक्षित रहा है। कोरोना की वजह से शेयर बाजार में लोगों ने निवेश कम कर दिया, क्योंकि शेयर बाजार में निवेश रिस्की होता है। पिछले साल जनवरी-फरवरी में तो सोना धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मार्च में भारत में कोरोना वायरस की दस्तक के बाद इसने स्पीड पकड़ ली।


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