व्यापार
ग्लोबल मार्केट में हर तीसरे दिन गिरावट, बंद हुआ शेयर बाजार, जानिए क्या है बाते
Nilmani Pal
1 July 2021 1:41 AM GMT
x
डॉलर के मुकाबले रुपए में आ रही लगातार गिरावट के कारण बाजार की धारण प्रभावित हुई है. इसके अलावा कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से भी निवेशक का सेंटिमेंट बिगड़ा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वैश्विक बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच घरेलू बाजारों में भी बुधवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट का रुख रहा. निवेशकों की उच्चस्तर पर बिकवाली से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) में शुरुआती तेजी बरकरार नहीं रख सकी और अंत में बीएसई सेंसेक्स 67 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ.
बाजार सूत्रों के मुताबिक डॉलर के मुकाबले कमजोर पड़ते रुपये और ताजा लिवाली के अभाव में कारोबारी धारणा कमजोर रही. यही वजह है कि एक समय करीब 400 अंक ऊपर जाने के बाद 30-कंपनी शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स बिकवाली दबाव में आ गया और अंत में 66.95 अंक यानी 0.13 फीसदी गिरकर 52,482.71 अंक पर बंद हुआ. इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 26.95 अंक यानी 0.17 फीसदी गिरकर 15,721.50 अंक पर बंद हुआ.
30 में 18 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में 1.51 फीसदी की गिरावट के साथ पावर ग्रिड में सबसे ज्यादा गिरावट रही. इसके साथ ही बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, एनटीपीसी, एचयूएल, बजाज फाइनेंस और लार्सन एण्ड टुब्रो में भी गिरावट रही. इसके विपरीत इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया और मारुति सुजूकी, टेक महिन्द्रा और अल्ट्रा टेक सीमेंट के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई. बाजार की अंतरधारणा नकारात्मक रही. सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 18 गिरावट में रहे जबकि 12 बढ़त रखने में कामयाब रहे.
कोरोना का डेल्टा वर्जन चिंता का कारण
जियोजित फाइनेंसियल सविर्सेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप एशियाई बाजारों में चिंता का विषय बना हुआ है. वहीं वैश्विक बाजारों में अमेरिका के रोजगार के आंकड़ों पर नजर है. अमेरिका में जून के रोजगार आंकड़े इसी सप्ताह जारी होने हैं. ये आंकड़े अमेरिका के फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति में अहम भूमिका निभाते हैं.
बिकवाली का दिखा असर
रिलायंस सिक्यॉरिटीज में रणनीति प्रमुख बिनोद मोदी ने कहा, ''घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार की समाप्ति के अंतिम सत्र में मुनाफा वसूली के बिकवाली दबाव शुरुआती बढ़त जाती रही. वित्तीय शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आ गया.''
दोपहर के सत्र से मुनाफावसूली का दिखा दबाव
कारोबार के दौरान बाजार में काफी उठापटक रही. शुरुआत मजबूती के साथ हुई लेकिन दोपहर के सत्र में मुनाफा वसूली चलने से शुरुआती बढ़त जाती रही. हालांकि, इस दौरान सूचना प्रौद्योगिकी, धातु और वाहन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी देखी गई. औषधि क्षेत्र की कंपनियां मजबूती में रही जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी बाजार को ज्यादा गिरने से बचाया.
अन्य एशियाई बाजारों का कैसा रहा हाल
एशिया के अन्य बाजारों में हांग कांग और टोक्यो नुकसान में रहे जबकि शंघाई और सोल के बाजार बढ़त के साथ बंद हुये. यूरोप के बाजारों में मध्याह्न तक नुकसान की स्थिति थी. उधर, अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड का भाव 0.79 फीसदी बढ़कर 74.87 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. डॉलर के मुकाबले रुपया नौ पैसे और गिरकर 74.32 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया. कच्चे तेल के बढ़ते दाम से निवेशक धारणा प्रभावित हुई है.
Nilmani Pal
Next Story