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चलती बस में पैदा (Girls born on Bus) हुई इन दोनों बच्चियों के लिए सरकार ने जीवनभर यात्रा मुफ्त कर दी है. दोनों बच्चियां तेलंगाना (Girls born on Telangana Bus) राज्य में अलग-अलग घटनाक्रमों में चलती बसों में पैदा हुई हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कुछ लोग किस्मत के बहुत धनी होते हैं और कुछ लोग (Girls born on Bus) अच्छी किस्मत लेकर पैदा होते हैं. अच्छी किस्मत लेकर हाल ही में दो बच्चियां (Kids born on TSRTC Bus) चलती बस में पैदा हुई हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि चलती बस में (Girls born on Telangana Bus) पैदा हुई बच्चियों की किस्मत अच्छी कैसे हो सकती है? दरअसल, इन बच्चियों को पैदा होने के बाद (Kids born on Bus) इन्हें ऐसा 'बर्थडे गिफ्ट' (Birthday Gift) मिला है, जिसे वो जीवनभर याद रखेंगी.
चलती बस में हुआ दो बच्चियों का जन्म
दरअसल, चलती बस में पैदा हुई इन दोनों बच्चियों के लिए सरकार ने जीवनभर यात्रा मुफ्त कर दी है. दोनों बच्चियां तेलंगाना राज्य में अलग-अलग घटनाक्रमों में चलती बसों पर पैदा हुई हैं. ये बसें तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (TSRTC) द्वारा संचालित की जाती हैं. इसके बाद तेलंगाना सरकार ने बस में पैदा हुई इन दो लड़कियों को "जन्मदिन के उपहार" के रूप में मुफ्त आजीवन यात्रा पास दे दिया
They are born frequent travellers of @TSRTCHQ!
— V.C Sajjanar IPS MD TSRTC Office (@tsrtcmdoffice) December 8, 2021
Two baby girls, born on the moving TSRTC buses recently, gets free lifetime passes from the corporation as their 'birthday' gifts. @puvvada_ajay @Govardhan_MLA #Hyderabad pic.twitter.com/yfMkrg14BO
सरकार ने मुफ्त कर दी आजीवन यात्रा
इस बाबत TSRTC के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक वीसी सज्जनार ने बताया कि लड़कियों को दिए गए पास अंतरराज्यीय बसों और एयरपोर्ट स्पेशल सहित सभी प्रकार की सेवाओं के लिए मान्य हैं. बता दें कि एक बच्ची का जन्म 30 नवंबर को महबूबनगर जिले के पेद्दाकोथापल्ली गांव (Peddakothapally Village) के पास चलती बस में हुआ था. वहीं दूसरी बच्ची का जन्म 7 दिसंबर को सिद्दीपेट (Siddipet) जिले के पास हुआ था.
चालक दल के सदस्यों और यात्रियों ने करवाई डिलीवरी
TSRTC के वाइस चेयरमैन ने ट्विटर पर इसे लेकर एक पोस्ट किया, "दो अलग-अलग घटनाक्रम में महिलाएं बस में यात्रा कर रही थीं. इस दौरान उनको अचानक से लेबर पेन हुआ और उन्होंने बस में ही बच्चियों को जन्म दे दिया. इस दौरान बस के ड्राइवर और कंडक्टर तथा यात्रियों ने उनकी डिलीवरी करवाई." वीसी सज्जनार ने बताया कि बस में डिलीवरी के बाद चालक दल के सदस्यों ने बड़ी जिम्मेदारी निभाते हुए मां और नवजात शिशुओं को आगे की देखभाल तथा उपचार के लिए अस्पताल भी पहुंचाया.
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