भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों का रहा अच्छे नतीजे, अब तक 14,866 करोड़ का निवेश
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने जनवरी के पहले पखवाड़े में भारतीय बाजारों में 14,866 करोड़ रुपए का निवेश किया है. कंपनियों कें तीसरी तिमाही के नतीजे अच्छे रहने की उम्मीद के बीच एफपीआई का भारतीय बाजारों के प्रति आकर्षण बढ़ा है. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार एफपीआई ने एक से 15 जनवरी के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 18,490 करोड़ रुपये का निवेश किया. वहीं उन्होंने डेट या बॉन्ड बाजार से 3,624 करोड़ रुपये निकाले. इस तरह उनका शुद्ध निवेश 14,866 करोड़ रुपये रहा.
कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष और बुनियादी अनुसंधान प्रमुख रुस्मिक ओझा ने कहा कि तीसरी तिमाही केभारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों का रहा अच्छे नतीजे अब तक 14,866 करोड़ का निवेशरहने से एफपीआई का रुख उभरते बाजारों के प्रति सकारात्मक रहा है. इसके अलावा देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले भी कम हुए हैं, जिससे एफपीआई भारतीय बाजार में निवेश कर रहे हैं.
ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा कि पहले निवेशक चुनिंदा बड़े शेयरों में निवेश कर रहे थे, लेकिन इनका मूल्यांकन बढ़ने के बाद अब वे छोटी कंपनियों के शेयरों में पैसा लगा रहे हैं.
सेंसेक्स 549 अंक टूटकर बंद
वैश्विक बाजारों में गिरावट के रुझान और हालिया तेजी के बाद मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से शुक्रवार को सेंसेक्स 549 अंक फिसल गया. कारोबारियों ने कहा कि मौजूदा उच्चस्तर पर मुनाफावसूली से बाजार में उतार-चढ़ाव रहा. साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 252.16 अंक या 0.51 प्रतिशत तथा निफ्टी 86.45 अंक या 0.60 प्रतिशत के लाभ में रहा. शुक्रवार को वैश्विक बाजार 'बैकफुट' पर थे. अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने 1,900 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज का ब्योरा जारी किया. लेकिन निवेशक करो में बढ़ोतरी तथा ऊंची ब्याज दरों को लेकर चिंतित थे.