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Ford Motor भारत में नहीं बनाएगी कारें, जाने 4000 कर्मचारियों की नौकरी पड़ेगा असर

Bhumika Sahu
10 Sep 2021 4:43 AM GMT
Ford Motor भारत में नहीं बनाएगी कारें, जाने 4000 कर्मचारियों की नौकरी पड़ेगा असर
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Ford ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि 10 सालों के दौरान उसे 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है और उसकी नई गाड़ियों की डिमांड काफी गिर गई है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आखिरकार Ford Motor ने भी भारत में अपना बिजनेस बंद करने का फैसला कर लिया है. Ford Motor अब भारत में कारों का निर्माण नहीं करेगी और अपनी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स को बंद करेगी. Ford Motor के इस फैसले से कंपनी को 2 बिलियन डॉलर का नुकसान होने का अनुमान है.

Ford Motor भारत में नहीं बनाएगी कारें
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक Ford Motor को लंबे समय से भारतीय बाजार से अच्छा मुनाफा नहीं हो रहा था. अमेरिकी दिग्गज कार कंपनी Ford Motor भारत में 25 साल से है, लेकिन अबतक भारतीय कार बाजार में इसका शेयर 2 परसेंट से भी कम है. इतने लंबे समय तक भारतीय बाजार में रहने के बाद भी वो यहां के ग्राहकों का दिल जीतने में नाकाम रही और मुनाफा भी नहीं हुआ.
क्या होगा मौजूदा ग्राहकों का?
Ford ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि 10 सालों के दौरान उसे 2 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है और उसकी नई गाड़ियों की डिमांड काफी गिर गई है. बयान में Ford India के हेड अनुराग मेहरोत्रा की ओर से कहा गया है कि हमारी कोशिशों की बावजूद हम लंबी अवधि में मुनाफे का रास्ता नहीं हासिल कर सके. हालांकि Ford भारत में अपनी कुछ कारें इंपोर्ट के जरिए बेचना जारी रखेगी. कंपनी अपने मौजूदा ग्राहकों को डीलर्स के जरिए सर्विस देगी.
Ford के कर्मचारियों का क्या होगा?
फोर्ड ने भारत में चेन्नई और साणंद प्रोडक्शन यूनिट्स में 200 करोड़ डॉलर से ज्यादा का निवेश किया था. 350 एकड़ के चेन्नई प्लांट में सालाना 2 लाख कार बनाने का प्लांट है. वहीं, 3.40 लाख इंजन हर साल बनाए जाते हैं. Ford Motor ने कहा कि गुजरात के साणंद और तमिलनाडु के चेन्नई में उसके दो प्रोडक्शन यूनिट्स के बंद होने से 4000 कर्मचारियों की नौकरी पर असर पड़ेगा. कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चेन्नई और साणंद में कर्मचारियों, यूनियनों, आपूर्तिकर्ताओं, डीलरों, सरकार और अन्य हितधारकों के साथ कंपनी मिलकर काम करेगी. ताकि, इस फैसले से कम से कम लोगों पर असर हो.
आखिर क्यों Ford पिछड़ गया
दरअसल, भारतीय कार बाजार में लो-कॉस्ट छोटी कारों का चलन ज्यादा है. इसलिए मारुति और Hyundai जैसी कंपनियों के कारों का दबदबा है. भारतीय ऑटो बाजार में 1.57 परसेंट मार्केट शेयर के साथ फोर्ड टॉप कंपनियों की लिस्ट में 9वें नंबर है. वहीं, मारुति टॉप पर है. भारत में फोर्ड Figo, Aspire, Freestyle, EcoSport, Endeavour कार बेचता है. इनकी कीमत 7.75 लाख से 33.81 लाख रुपये के बीच है.


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