व्यापार

Ford इंडिया और उत्तरी अमेरिका के कर्मचारियों पर छाए संकट के बदल, कंपनी कर रही 3,000 जॉब में कटौती

Subhi
23 Aug 2022 5:46 AM GMT
Ford इंडिया और उत्तरी अमेरिका के कर्मचारियों पर छाए संकट के बदल, कंपनी कर रही 3,000 जॉब में कटौती
x
अमेरिकी वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड मोटर (Ford Motor) अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने जा रही है। कंपनी ने कहा कि वह कुल 3,000 वेतनभोगी और कॉन्ट्रैक्ट नौकरियों में कटौती करेगी।

अमेरिकी वाहन निर्माता कंपनी फोर्ड मोटर (Ford Motor) अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने जा रही है। कंपनी ने कहा कि वह कुल 3,000 वेतनभोगी और कॉन्ट्रैक्ट नौकरियों में कटौती करेगी। यहां ध्यान देने वाली बात है कि ज्यादातर कटौती उत्तरी अमेरिका और भारत में काम कर रहे कर्मचारियों में से की जाएगी। कंपनी के मुताबिक, इन दिनों यह सॉफ्टवेयर-संचालित इलेक्ट्रिक वाहनों को बनाने में लगी हुई है, ताकि टेस्ला जैसी कंपनियों के साथ इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में मुकाबला किया जा सके।

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, हटाए जा रहे लोगों में से करीब 2,000 सैलरी वाली नौकरियां कर रहें हैं। वहीं बाकी 1,000 कर्मचारी बाहरी एजेंसियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट जॉब कर रहे हैं। हटाए जाने की प्रक्रिया में फार्ले और फोर्ड के चेयरमैन बिल फोर्ड ने कर्मचारियों को भेजे ईमेल के द्वारा इसकी जानकारी दी है। इसमें लिखा है , "हम कुछ नौकरियों और उनसे जुड़े काम को खत्म कर रहे हैं। साथ ही पूरे व्यवसाय में कामों को फिर से ऑर्गेनाइज कर रहे हैं और सरल बना रहे हैं। आप इस सप्ताह के अंत तक अपने टीम लीडर्स से इस बारे में और अधिक जानकारी सुनेंगे।"

फोर्ड के मुख्य कार्यकारी जिम फ़ार्ले महीनों से कह रहे हैं कि उनका मानना ​​है कि डियरबॉर्न, मिच ऑटोमेकर के पास बहुत अधिक लोग थे और चूंकि ऑटो उद्योग इलेक्ट्रिक वाहनों और डिजिटल सर्विस में शिफ्ट हो गया था, इसके कर्मचारियों के पास पर्याप्त कौशल नहीं था।

जानकारी के लिए बता दें कि बाकी वाहन निर्माताओं की तरह ही फोर्ड के पास पारंपरिक दहन तकनीक के प्रोडक्शन लाइनअप का समर्थन करने के लिए बड़े पैमाने पर वर्कस्पेस को स्थापित किया गया है। वहीं, फ़ार्ले ने इलेक्ट्रिक वाहनों के एक बड़े लाइनअप को विकसित करने के लिए नई रणनीति तैयार की है। जिसके तहत टेस्ला की तरह ही फोर्ड भी इन सर्विस के माध्यम से अधिक राजस्व बनाना चाहता है जो डिजिटल सॉफ्टवेयर और कनेक्टिविटी पर निर्भर करती हैं।

साथ ही फोर्ड ने अपनेऑपरेशन को इलेक्ट्रिक, कंबशन इंजन और कमर्शियल वाहन में अलग करना शुरू कर दिया है। फ़ार्ले ने जुलाई में कहा था कि कंबशन कार्यों की लागत में कमी आएगी, लेकिन सोमवार को जारी किए बयान में कंपनी ने कहा कि कर्मचारियों की कटौती से कंपनी के सभी हिस्से प्रभावित होंगे।

अपको बता दें कि फोर्ड ने घोषणा कि वो साल 2023 तक 5 लाख से भी अधिक इलेक्ट्रिक वाहन विकसित करेगी। कंपनी ने ईवी को बनाने के लिए बैटरी भी हासिल कर ली है। कंपनी ने 60 गीगावाट प्रति घंटे की सालाना क्षमता वाली एक कंपनी के साथ हस्ताक्षर किया है, जिससे कंपनी एक साल में 6 लाख ईवी बनाने में समक्ष हो गई है।


Next Story