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हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में किसानों को मिलेगी प्राकृतिक खेती की जानकारी

Teja
6 March 2022 8:59 AM GMT
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में किसानों को मिलेगी प्राकृतिक खेती की जानकारी
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चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार में 15-16 मार्च को कृषि मेला (खरीफ) का आयोजन करेगा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार में 15-16 मार्च को कृषि मेला (खरीफ) का आयोजन करेगा. मेले का विषय प्राकृतिक खेती (Natural Farming) होगा. कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती आज समय की मांग है. पर्यावरण सुरक्षा और मानव स्वास्थ्य के लिए यह बेहतर कृषि पद्धति है. इससे भूमि की गुणवत्ता में सुधार होता है और किसानों की आमदनी (Farmers Income) भी बढ़ती है. उन्होंने बताया मेले में आगंतुक किसानों को विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा प्राकृतिक खेती बारे सभी जानकारियां दी जाएंगी. बता दें कि 24 फरवरी को स्मार्ट एग्रीकल्चर पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि नेचुरल फार्मिंग के फायदे जन-जन तक पहुंचाने में हमारी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटीज को पूरी ताकत से जुटना होगा. उनकी यह पहल रंग ला रही है.

कुलपति ने बताया कि कृषि मेले में किसानों के साथ बीज (Seed), उर्वरक, कीटनाशक, कृषि मशीनें व यंत्र निर्माता कंपनियां भी भाग लेंगी. किसानों को विभिन्न कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त मशीनों, यंत्रों एवं उनकी कार्य प्रणाली के बारे में जानने का अवसर मिलेगा. इसके अतिरिक्त किसानों को इन मशीनों की कीमत तथा इनके निर्माताओं की भी जानकारी मिल सकेगी.
किसानों को मिलेंगे उन्नत बीज
कृषि मेला-2022 के बारे में और जानकारी देते हुए विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. राम निवास ढांढा ने बताया कि यह मेला विश्वविद्यालय के गेट न. 3 के सामने रिसर्च फार्म पर लगाया जाएगा. मेले में किसानों को विश्वविद्यालय की ओर से सिफारिश की गई खरीफ फसलों के उन्नत बीज तथा बायोफर्टिलाईजर (Bio Fertilizer) के अतिरिक्त कृषि साहित्य उपलब्ध करवाए जाएंगे. इसके लिए मेला स्थल पर विभिन्न सरकारी बीज एजेंसियों के सहयोग से बिक्री काउंटर स्थापित किए जाएंगे.
मिट्टी-पानी की जांच करवाने की सुविधा
किसानों को विश्वविद्यालय के रिसर्च फार्म पर वैज्ञानिकों द्वारा उगाई गई रबी फसलें दिखाई जाएंगी. उनमें प्रयोग की गई टेक्नोलॉजी की जानकारी दी जाएगी. इस अवसर पर फसल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी. किसानों की कृषि, पशुपालन तथा गृहविज्ञान संबंधी समस्याओं का समाधान करने के लिए मेले के दोनों दिन प्रश्रोत्तरी सभाएं आयोजित की जाएंगी. मेला स्थल पर मिट्टी, सिंचाई जल व रोगी पौधों की वैज्ञानिक जांच करवाने की किसानों को सुविधा दी जाएगी.
पशु प्रदर्शनी भी लगेगी
इस अवसर पर उन्नत नस्ल के पशुओं की प्रदर्शनी भी लगेगी. उधर, संयुक्त निदेशक (विस्तार) डॉ. कृष्ण यादव ने बताया कि मेले में लगने वाली एग्रो-इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी के लिए स्टॉलों की बुकिंग जारी है. प्राइवेट कंपनियों को स्टॉल पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर आवंटित किए जा रहे हैं. किसानों के मनोरंजन के लिए दोनों दिन हरियाणावी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा.
हर साल लगता है मेला
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हर साल मार्च महीने में कृषि मेला आयोजित करता है. जिसमें हरियाणा तथा पड़ोसी राज्यों से हजारों किसान भाग लेते हैं. इस मेले में एग्रो-इंडस्ट्रियल प्रदर्शनी भी लगाई जाती है. जिसमें हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हरियाणा के कृषि विभाग के अतिरिक्त फार्म मशीनरी बनाने वाली कंपनियां भी भाग लेकर अपनी टेक्नोलॉजी प्रदर्शित करेंगी. इस विश्वविद्यालय ने फलों, सब्जियों, खाद्यान्नों, मसालों एवं चारा फसलों की 280 उन्नत किस्में विकसित की हैं.


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