
भारतीय ऑटो बाजार में उत्पादन, बिक्री और निर्यात में लगातार वृद्धि हो रही है. भारतीय ऑटो बाजार 2030 तक अंतर्राष्ट्रीय ऑटोमोटिव सेक्टर में सबसे बड़ा प्लेयर बनकर उभर सकता है. राष्ट्र हाल के महीनों में निर्यात में वृद्धि देख रहा है. राष्ट्र में जून 2023 में पैसेंजर व्हीकल का निर्यात 1.96 फीसदी बढ़कर 57,618 यूनिट्स हो गया, जो जून 2022 में निर्यात की गई 56,508 यूनिट्स से अधिक है. मई 2023 में निर्यात की गई 53,237 यूनिट की तुलना में यह एक मासिक (MoM) वृद्धि थी.
1 यूनिट से सीधे 5,634 यूनिट्स का निर्यात
मार्च 2023 में लॉन्च की गई 2023 हुंडई अन्यथा की डिमांड घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों में हाई है. पिछले महीने 5,634 यूनिट्स के निर्यात के साथ अन्यथा जून 2023 में निर्यात लिस्ट में नंबर-1 रही, जो जून 2022 में निर्यात की गई 3,048 यूनिट्स की तुलना में 84.84 फीसदी अधिक है. यह 2,586 यूनिट्स की मात्रा वृद्धि थी, जिसमें अन्यथा की 9.78 फीसदी बाजार हिस्सेदारी थी. दो महीने पहले मई 2023 में हुंडई अन्यथा (Hyundai Verna) की सिर्फ 1 यूनिट निर्यात की गई थी और यह लिस्ट में 46वें नंबर पर थी.
दूसरे नंबर किआ सोनेट
किआ सोनेट पिछले महीने 5,166 यूनिट के निर्यात के साथ दूसरे नंबर पर थी, जो जून 2022 में भेजी गई 2,997 यूनिट की तुलना में 72.37 फीसदी अधिक है. जून 2023 में Hyundai i10 NIOS का निर्यात 11.59 फीसदी घटकर 3,515 यूनिट रह गया, जो जून 2022 में शिप की गई 3,976 यूनिट से कम है.
टॉप-10 में मारुति सुजुकी के चार मॉडल
जून 2023 में निर्यात के मुद्दे में टॉप-10 स्थानों में मारुति सुजुकी के चार मॉडल थे. मारुति स्विफ्ट चौथे नंबर पर थी, जो जून 2022 में निर्यात की गई 3,754 यूनिट से 6.53 फीसदी की सालाना गिरावट के साथ 3,509 यूनिट पर आ गई. बलेनो के निर्यात में सुधार हुआ. जून 2022 में शिप की गई 2,210 यूनिट से 42.94 फीसदी बढ़कर इसका निर्यात 3,159 यूनिट हो गया. नंबर 9 और 10 पर डिजायर (2,651 यूनिट्स) और सेलेरियो (2,627 यूनिट्स) थीं. डिजायर के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई, जबकि सेलेरियो की बिक्री में सालाना आधार पर 69.59 फीसदी की वृद्धि हुई.
सेल्टोस और Hyundai Aura का निर्यात
छठे नंबर पर सेल्टोस थी, जिसका निर्यात जून 2022 में निर्यात की गई 4,306 यूनिट से घटकर जून 2023 में 2,844 यूनिट्स के साथ 33.95 फीसदी की गिरावट थी. सनी का निर्यात भी 31.94 फीसदी गिरकर 2,838 यूनिट पर आ गया. हालांकि, Hyundai Aura का निर्यात जून 2023 में 8.16 फीसदी बढ़कर 2,703 यूनिट हो गया है.
मारुति एस-प्रेसो का निर्यात
मारुति एस-प्रेसो भी थी, जिसका निर्यात जून 2022 में शिप की गई 6,960 यूनिट से जून 2023 में 62.97 फीसदी घटकर 2,577 यूनिट हो गया है. वर्टस की अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तगड़ी देखी है. जून 2023 में निर्यात 132.27 फीसदी बढ़कर 2,181 यूनिट हो गया, जो जून 2022 में केवल 939 यूनिट था.
होंडा सिटी का निर्यात
होंडा सिटी का निर्यात सालाना 9.82 फीसदी कम होकर 1,928 यूनिट हो गया, जबकि जून 2022 में इसकी 2,138 यूनिट शिप की गई थीं, जबकि ग्रैंड विटारा का निर्यात 1,614 यूनिट था.
हुंडई वेन्यू का निर्यात
लिस्ट में हुंडई वेन्यू की 1,511 यूनिट्स भी शामिल हैं, जिनके निर्यात में जून 2022 में भेजी गई सिर्फ 2 यूनिट्स की तुलना में सालाना आधार पर 75450 फीसदी की वृद्धि देखी गई है. 2023 हुंडई वेन्यू सब 4 मीटर एसयूवी को ADAS और नए कलर के साथ भी अपडेट किया गया था.
HyRyder का निर्यात
HyRyder का निर्यात 2.38 फीसदी बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 1,371 इकाई रहा. इस सूची में अल्कज़ार (1,193 इकाइयाँ), किगर (1,142 इकाइयाँ) अर्टिगा (1,128 इकाइयाँ) और सियाज़ (1,001 इकाइयाँ) भी शामिल हैं. i20 (851 यूनिट), ताइगुन (764 यूनिट), कैरेंस (708 यूनिट) और फ्रोंक्स (556 यूनिट) के निर्यात में साल-दर-साल सुधार हुआ.
कार निर्यात में शामिल अन्य कारें
ऐसे कई मॉडल थे, जो निर्यात को 500 यूनिट के आंकड़े को पार करने में विफल रहे. इनमें पिछले महीने शिप की गई 452 यूनिट वाली मारुति ईको वैन भी शामिल है. 444 यूनिट के साथ निसान मैग्नाइट भी थी, जो जून 2022 में निर्यात की गई 327 यूनिट से सालाना 35.78 फीसदी की वृद्धि है, जबकि KUV100 का निर्यात पिछले महीने 442 यूनिट्स पर था, जो जून 2022 में भेजी गई 214 यूनिट से 106.54 फीसदी अधिक था. यह सालाना आधार पर 15 फीसदी की वृद्धि है.
निर्यात लिस्ट में XUV300 (357 यूनिट), जीप कम्पास (328 यूनिट), मेरिडियन (285 यूनिट), ट्राइबर (272 यूनिट), मारुति ऑल्टो (270 यूनिट) और रेनॉल्ट क्विड (205 यूनिट) भी शामिल हैं. इसमें कुशाक (198 यूनिट), क्रेटा (193 यूनिट), अमेज (180 यूनिट), एक्सयूवी700 (164 यूनिट) और इग्निस (128 यूनिट) भी थीं. इसके अतिरिक्त XL6 (31 यूनिट), वैगनआर (27 यूनिट), बोलेरो (26 यूनिट), मैक्सिमो (20 यूनिट), ब्रेज़ा (6 यूनिट), eC3 (5 यूनिट) और फोर्स गुरखा (2 यूनिट) के निर्यात के साथ शामिल रहीं.
