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अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के सीनियर अधिकारियों को ED का समन, जानें पूरा मामला

Gulabi
28 Nov 2021 12:09 PM GMT
अमेजन और फ्यूचर ग्रुप के सीनियर अधिकारियों को ED का समन, जानें पूरा मामला
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वाणिज्य मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय को दिए थे निर्देश
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के उल्लंघन की जांच के सिलसिले में अमेजन इंडिया और फ्यूचर ग्रुप के वरिष्ठ अधिकारियों को तलब किया है. जिनमें अमेजन इंडिया के कंट्री प्रमुख अमित अग्रवाल भी शामिल हैं. आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि दोनों ग्रुप के बीच विवादित सौदे से संबंधित फेमा जांच के सिलसिले में इन अधिकारियों को पेश होने के लिए कहा गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन दोनों कंपनी के अधिकारियों को आने वाले सप्ताह में दस्तावेजों के साथ पेश होने को कहा गया है. सूत्रों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय ने अमेजन इंडिया के प्रमुख अग्रवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही फ्यूचर ग्रुप के अधिकारियों को भी समन भेजा है.
वाणिज्य मंत्रालय ने प्रवर्तन निदेशालय को दिए थे निर्देश
अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी देश की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ मल्टी-ब्रांड खुदरा कारोबार को लेकर वाणिज्य मंत्रालय ने ईडी को 'जरूरी कदम' उठाने को कहा था. इसके अलावा दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी अमेजन के बारे में सख्त टिप्पणी की थी. जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने फेमा की विभिन्न धाराओं के तहत जांच शुरू कर दी थी.
उच्च न्यायालय ने कहा था कि अमेरिकी कंपनी अमेजन ने फ्यूचर ग्रुप की गैर-सूचीबद्ध इकाई के साथ कुछ समझौतों के जरिए फ्यूचर रिटेल का नियंत्रण हासिल करने का प्रयास किया था, जिसे फेमा और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नियमों का उल्लंघन माना जाएगा. इस मामले की जांच कर रही एजेंसी ईडी के सूत्रों ने बताया कि इन दोनों कंपनियों के अधिकारियों को इसलिए बुलाया गया है ताकि जांच को आगे ले जाया जा सके.
अमेजन इंडिया के प्रवक्ता ने समन मिलने की पुष्टि की
अमेजन इंडिया के एक प्रवक्ता ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा समन मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि कंपनी इसकी समीक्षा कर रही है और तय समय के भीतर जरूरी कदम उठाए जाएंगे. वहीं फ्यूचर ग्रुप ने इस बारे में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
दोनों ही कंपनियां फ्यूचर रिटेल की संभावित बिक्री को लेकर कानूनी लड़ाई में उलझी हुई हैं. अमेजन का कहना है कि फ्यूचर रिटेल को रिलायंस रिटेल के हाथों बिक्री का करार, उसके साथ 2019 में हुए निवेश समझौते का उल्लंघन करता है.
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