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अर्थव्यवस्था: अब अच्छे व्यापार की उम्मीद, एसी-फ्रिज की मांग में 25 फीसदी का इजाफा

Deepa Sahu
4 April 2022 2:07 PM GMT
अर्थव्यवस्था: अब अच्छे व्यापार की उम्मीद, एसी-फ्रिज की मांग में 25 फीसदी का इजाफा
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लगातार दो वर्षों से सुस्त पड़े बाजार को इस बार त्योहारी सीजन में अच्छे व्यापार की उम्मीद है।

लगातार दो वर्षों से सुस्त पड़े बाजार को इस बार त्योहारी सीजन में अच्छे व्यापार की उम्मीद है। वाहन और उपभोक्ता एप्लायंसेज कंपनियां दो वर्षों की सुस्ती के बाद इस साल की फसल कटाई सीजन से बिक्री में सुधार की उम्मीद कर रही हैं। कार, दोपहिया वाहन और उपभोक्ता एप्लायंस बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि इस श्रेणी की मांग में साल दर साल वृद्धि दर्ज की जा रही है। एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर एवं अन्य ड्यूरेबल उत्पादों की मांग 20 से 25 फीसदी की वृद्धि के साथ कोविड पूर्व स्तर को पार करने की उम्मीद है।

दरअसल, इस सीजन को क्षेत्रीय स्तर पर नए साल के शुरुआत का सीजन भी कहा जाता है। महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा, कर्नाटक, तेलंगाना व आंध्र प्रदेश में उगाडी और पूर्वोत्तर में बैसाखी एवं बिहू और उत्तर में चैत्र नवरात्रि के साथ ही देश भर में एक अप्रैल से इसकी शुरुआत हो गई है। इस दौरान आम लोग घरों के लिए कई प्रकार के सामान खरीदते हैं। जिससे बाजार को उम्मीद है कि इस बार पिछले दो साल के मुकाबले व्यापार अच्छा होगा।
उपभोक्ता एप्लायंसेज एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद संघ का कहना है कि गुड़ी पड़वा पर बिक्री पिछले वर्षों के मुकाबले बेहतर होने की उम्मीद है। इस त्योहारी सप्ताह के दौरान उद्योग की मांग में 20 से 25 फीसदी की वृद्धि हो सकती है क्योंकि इस क्षेत्र की समग्र धारणा में सुधार हुआ है। नवंबर से फरवरी के दौरान गर्मी के उत्पादों की बिक्री कम होती है। लेकिन अभी से उसमें तेजी दिखना शुरू हो गई है। इसके अलावा गुड़ी पड़वा के कारण अन्य श्रेणियों में की मांग को भी रफ्तार मिली है।
मोबाइल-लैपटॉप की मांग बढ़ी
संघ का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से गर्मी से राहत देने वाले उपकरणों की मांग में तेजी दिख रही है। लेकिन गुड़ी पड़वा के कारण मोबाइल और लैपटॉप जैसे उत्पादों की बिक्री और मांग को रफ्तार मिली है। अन्य उपकरणों की खरीदी में भी 2019 के मुकाबले 15 से 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। वहीं, खुदरा विक्रेता 30 फीसदी तक छूट की पेशकश कर रहे हैं, जो सामान्य दिनों के दौरान दी जाने वाली 20 फीसदी छूट के मुकाबले अधिक है।
वाहनों की ब्रिकी भी बढ़ी
हालांकि वाहन कंपनियों के बीच ऐसा उत्साह और उम्मीदें नहीं दिखाई दे रही हैं। सेमीकंडक्टर किल्लत के साथ-साथ आपूर्ति पक्ष की समस्याएं बरकरार रहने से वाहन विनिर्माताओं की चुनौतियां कम नहीं हुई हैं। मांग में लंबे समय तक सुस्ती बरकरार रहने के कारण दोपहिया वाहनों की बिक्री की रफ्तार करीब तीन साल से कमजोर है। कार बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि इस सीजन में वाहनों की आपूर्ति 2019 के मुकाबले आठ से नौ फीसदी अधिक रहने के आसार हैं। इस बीच, दोपहिया वाहनों के खुदरा विक्रेताओं ने कहा कि उन्हें इस फसल सीजन में मांग बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन उसकी रफ्तार इसी महीने तक बरकरार रहेगी।


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