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Economic Survey 2022: कोरोना काल में दूसरी बार देश का आम बजट 1 फरवरी यानी मंगलवार को पेश होने वाला है। हर साल की तरह इस बार भी बजट से ठीक एक दिन पहले, 31 जनवरी यानी आज आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण इस आर्थिक सर्वे को सदन के पटल पर रखेंगी। अब सवाल है कि ये आर्थिक सर्वे क्या होता है और इसे बजट से ठीक एक दिन पहले ही क्यों पेश किया जाता है। आइए इन सवालों का जवाब जान लेते हैं।
क्या होता है आर्थिक सर्वे: ये एक तरह से अर्थव्यवस्था की सालाना आधिकारिक रिपोर्ट होती है। इसके जरिए सरकार देश के अर्थव्यवस्था की वास्तविक हालत के बारे में बताती है। इसमें भविष्य में बनाई जाने वाली योजानाओं और अर्थव्यवस्था में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया जाता है। इस सर्वे रिपोर्ट में देश के आर्थिक विकास का अनुमान भी बताया जाता है। सर्वे रिपोर्ट में आगामी वित्त वर्ष का भी एक खाका पेश कर दिया जाता है। देश की अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी या फिर धीमी रहेगी, इसकी जानकारी दी जाती है। इसके अलावा सर्वे में सरकार को कुछ सिफारिशें भी दी जाती हैं।
कौन तैयार करता है: आर्थिक सर्वे को वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार और उनकी टीम तैयार करती है। हालांकि, इस बार मुख्य आर्थिक सलाहकर का पद कई महीनों तक खाली था। आपको बता दें कि बीते साल अक्टूबर माह में कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने इस पद से इस्तीफा दिया था। हालांकि, सरकार ने हाल ही में वी अनंत नागेश्वरन को नया मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त कर लिया है। इस बार के आर्थिक सर्वे के बारे में अनंत नागेश्वरन ही विस्तार से बताएंगे। 31 जनवरी को दोपहर 3 बजे अनंत नागेश्वरन मीडिया को संबोधित कर इसकी जानकारी देंगे।
आर्थिक सर्वे से क्या है उम्मीद: कोरोना काल में दूसरी बार पेश हो रहे आर्थिक सर्वे में अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया जाएगा। कोरोना से जंग में एक बार फिर कुछ नए सुझाव दिए जा सकते हैं। इकोनॉमी को ट्रैक पर लाने के लिए सरकार के प्रयास को और तेजी लाने की बात हो सकती है।
jantaserishta.com
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