दिल्ली। बढ़िया मुनाफे के चलते किसानों के बीच तिलहन की फसलों को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है. तिलहन की उपज का कई तरह से उपयोग किया जाता है. इस फसल से तेल निकालने के अलावा उसके अवशेष को चारे के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. फिलहाल उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में तिलहन की खेती कर किसान बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. बाजार में तिलहन की फसल से निकाले गए तेलों की डिमांड ज्यादा है. यही वजह है सरसो और मूंगफली के तेलों की कीमतों में उछाल दिखाई देता रहता है. हम आपको बताएंगे कि तिलहन की किन फसलों की खेती कर किसान बढ़िया ंमुनाफा कमा सकते हैं,
मूंगफली : यह भारत में सबसे महत्वपूर्ण तिलहन है.. इसे खरीफ फसल के रूप में उगाया जाता है. हालांकि, भारत में इसे रबी (मानसून फसल) के रूप में भी बोया जाता है और बंपर मुनाफा कमाया जा सकता है.
रेपसीड या सरसों: मूंगफली के बाद, सरसों भारत में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण तिलहन है. इस तेल का उपयोग भारत की हर रसोई से लेकर हर कोने में किया जाता है. बाजार में इसके तेलों की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है.
तिल : भारत में तिल के तहत दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्र है और दुनिया के उत्पादन का एक तिहाई हिस्सा इस फसल का सबसे बड़ा उत्पादक भी है. इसका उपयोग खाना पकाने के प्रयोजनों के लिए और इत्र और दवाओं के निर्माण के लिए भी किया जा सकता है.
अलसी: अलसी का उपयोग अपनी अनूठी सुखाने की क्षमता के कारण पेंट, वार्निश, प्रिंटिंग स्याही, खाद्य तेल निकालने आदि के लिए किया जाता है.
इन फसलों से निकाले गए तेलों की मार्केट में डिमांड काफी ज्यादा है. इसका सीधा फायदा किसानों को मिलता है. यही वजह है कि पिछले कुछ सालों में सरकार की भी तरफ से तिलहन फसलों की खेती को तेजी से प्रोत्साहित किया गया है. परिणाम के तौर पर तिलहन की खेती के रकबे में भी इजाफा देखा गया है.