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Mastercard पर प्रतिबंध से देश के पांच निजी बैंकों को नए कार्ड जारी करने में आएंगी दिक्कतें

Gulabi
16 July 2021 5:04 PM GMT
Mastercard पर प्रतिबंध से देश के पांच निजी बैंकों को नए कार्ड जारी करने में आएंगी दिक्कतें
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Mastercard पर प्रतिबंध

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मास्टरकार्ड (Mastercard) पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय से एक्सिस बैंक (Axis Bank), यस बैंक (Yes Bank) और इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) सहित देश में पांच निजी बैंकों को नए कार्ड जारी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. आरबीआई ने दरअसल बुधवार को मास्टरकार्ड एशिया पैसेफिक पर 22 जुलाई से नये क्रेडिट, डेबिट और प्रीपेड कार्ड ग्राहक बनाने पर रोक लगा दी थी. कंपनी द्वारा आंकड़ों के देश में संग्रह करने के नियमों का अनुपालन नहीं करने को लेकर यह कदम उठाया गया.


ग्लोबल ब्रोकरेज कंपनी नोमुरा (Nomura) की रिपोर्ट के अनुसार कुल मिलकर सात वित्तीय संस्था या बैंक नए कार्ड जारी नहीं कर पाएंगे क्योंकि वे बड़ी संख्या में Mastercard से कार्ड लेते थे. रिपोर्ट में कहा गया कि मास्टरकार्ड पर प्रतिबंध लगाने के आरबीआई के फैसले से एक्सिस बैंक, यस बैंक और इंडसइंड बैंक सहित पांच निजी क्षेत्र के बैंक प्रभावित होंगे.


SBI समेत इन बैंकों की बढ़ेगी परेशानी
एचडीएफसी बैंक भी इस निर्णय से प्रभावित होगा लेकिन उस पर आरबीआई ने नए डेबिट, क्रेडिट और प्रीपेड कार्ड जारी करने को लेकर पहले से ही प्रतिबंध लगा रखा है. इन पांच बैंकों के अलावा बजाज फिनसर्व (Bajaj Finserv) और सार्वजनिक क्षेत्र के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को भी कुछ परेशानियां का सामना करना पड़ सकता है. ये बैंक भी मास्टरकार्ड के जरिये नए कार्ड जारी करते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक अन्य भुगतान प्रणाली के लिए नए कार्ड जारी करने में दो से तीन महीने लगेंगे क्योंकि इसमें प्रौद्योगिकी की बड़ी भूमिका होती है.

22 जुलाई से लगेगी रोक
दरअसल, बैंकों की ओर से जो डेबिट और क्रेडिट कार्ड जारी किए जाते हैं, उसे कंपनियां बनाती हैं. इन्हीं में से एक है- मास्टरकार्ड एशिया/पैसिफिक पीटीई लिमिटेड (मास्टरकार्ड). मास्टरकार्ड एक पेमेंट सिस्‍टम ऑपरेटर है, जो पीएसएस अधिनियम (PSS Act) के तहत देश में कार्ड नेटवर्क संचालित करने के लिए अधिकृत है.

मास्टर कार्ड अमेरिकी कंपनी है. इसका मुख्यालय, न्यूयॉर्क में है. इस कंपनी की स्थापना सन 1979 में इंटर बैंक ट्रांजेक्शन के लिए हुई थी. शुरुआती समय में यह सिर्फ अमेरिकन बैंकों में होने वाली वित्तीय सेवाओं से जुड़ी हुई थी. अभी यह लगभग 160 देशों में सर्विस देती है. इसके अंतर्गत कई तरह के कार्ड जारी किए जाते हैं.


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