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Nokia के कारण इस देश में बैन हुए Oppo और Oneplus के स्मार्टफोन, सामने आई यह वजह

Subhi
11 July 2022 4:03 AM GMT
Nokia के कारण इस देश में बैन हुए Oppo और Oneplus के स्मार्टफोन, सामने आई यह वजह
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चीनी कंपनी Oppo को जर्मनी में बड़ा कानूनी झटका लगा है। वेबसाइट Nokiamob.net की एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी की मैनहेम रीजनल कोर्ट ने ओप्पो के साथ अपने हालिया पेटेंट विवाद के खिलाफ नोकिया के पक्ष में फैसला सुनाया है।

चीनी कंपनी Oppo को जर्मनी में बड़ा कानूनी झटका लगा है। वेबसाइट Nokiamob.net की एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी की मैनहेम रीजनल कोर्ट ने ओप्पो के साथ अपने हालिया पेटेंट विवाद के खिलाफ नोकिया के पक्ष में फैसला सुनाया है। कोर्ट ने यह फैसला नोकिया की ओर से ओप्पो और वनप्लस के खिलाफ दायर दो मुकदमों में दिया। फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने चीन की कंपनी ओप्पो के साथ एक समझौते में विफल रहने के बाद 2021 में चार अलग-अलग देशों में ओप्पो पर मुकदमा दायर किया था।

फैसले से बैन हुए Oppo और Oneplus

कोर्ट के इस फैसले के बाद अब जर्मनी में ओप्पो और वनप्लस स्मार्टफोन की बिक्री पर रोक लग गई है। यानी अब जर्मनी के लोग ओप्पो और वनप्लस के स्मार्टफोन नहीं खरीद पाएंगे। हालांकि नोकिया ने ओप्पो के खिलाफ पेटेंट विवाद में अपनी पहली जीत हासिल की है। इसलिए यह इस लड़ाई का पहला फैसला है जिसके अनुसार सिर्फ अभी के लिए ओप्पो और उसके सहयोगी ब्रांड वनप्लस जर्मनी में अपने मोबाइल नहीं बेच पाएंगे।

क्या है ये मुकदमा

यह पेटेंट कथित तौर पर वाईफाई कनेक्शन को स्कैन करने के लिए तकनीक की रक्षा करता है। जुलाई 2021 में नोकिया ने भारत, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी सहित एशिया और यूरोप के कई देशों में ओप्पो के खिलाफ कई पेटेंट उल्लंघन के मुकदमे दायर किए। मुकदमे में ओप्पो पर अपने उपकरणों में वैध लाइसेंस के बिना पेटेंट नोकिया तकनीक का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। ओप्पो और नोकिया ने नवंबर 2018 में एक समझौता किया था जो जून 2021 में समाप्त हो गया था।

Nokia क्या कहती है

नोकिया का कहना है कि ओप्पो ने उसके "निष्पक्ष और उचित" प्रस्ताव को खारिज कर दिया। 'हम ओप्पो के साथ अपने पेटेंट लाइसेंसिंग समझौते के नवीनीकरण के लिए बातचीत कर रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य से, उन्होंने हमारे उचित प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया है। मुकदमेबाजी हमेशा हमारा अंतिम उपाय है, और हमने मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए स्वतंत्र और नीयूट्रल मध्यस्थता में प्रवेश करने की पेशकश की है। हम अब भी मानते हैं कि यह आगे का सबसे अच्छा तरीका होगा।'

Oppo क्या कहती है

ओप्पो ने इस मुकदमे को चौंकाने वाला बताया और नोकिया के खिलाफ काउंटर मुकदमे दायर किए। ओप्पो ने कहा 'कंपनी अपने और थर्ड पार्टी के बौद्धिक संपदा अधिकारों (intellectual property rights) के सम्मान के साथ उनकी रक्षा भी करती है और उद्योग में पेटेंट लाइसेंसिंग सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है।' नोकिया के मुकदमे के कुछ ही महीने बाद सितंबर 2021 में ओप्पो ने चीन और यूरोप में नोकिया के खिलाफ कई पेटेंट उल्लंघन के मुकदमे दायर किए। इन पेटेंट में सभी 5G मानक आवश्यक पेटेंट शामिल हैं।

Apple और Lenovo को भी अदालत में ले जा चुकी है Nokia

ओप्पो पहली कंपनी नहीं है जिस पर नोकिया ने मुकदमा किया है। मई 2017 में Apple ने पेटेंट मुकदमे को निपटाने के लिए Nokia को 2 बिलियन डॉलर का भुगतान किया था। हालाँकि दोनों कंपनियों ने अपने विवाद को जल्दी सुलझा लिया और अब कई तकनीकों पर एक दूसरे को सहयोग करती हैं। नोकिया ने अमेरिका, ब्राजील, भारत और जर्मनी में एक और चीनी कंपनी लेनोवो के खिलाफ भी पेटेंट उल्लंघन का मुकदमा दायर किया था। यह लगभग एक साल तक चला और आखिरकार दोनों कंपनियों ने अप्रैल 2022 में इसे सुलझा लिया।


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