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कोरोना महामारी के चलते 1 जुलाई से छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती, सरकार ने दिए संकेत

Nilmani Pal
28 Jun 2021 3:03 AM GMT
कोरोना महामारी के चलते 1 जुलाई से छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती, सरकार ने दिए संकेत
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आरबीआई और सरकार की स्थिति को सुधारने के लिए स्मॉल सेविंग्स स्कीम के ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है. ऐसे में निवेशकों के लिए जून आखिरी ​निवेश का मौका है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।

कोरोना महामारी के चलते बिगड़ी देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने पिछले साल एफडी पर इंटरेस्ट रेट घटा दिए थे. अब 1 जुलाई से दोबारा छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है. इस बात का संकेत सरकार की ओर से पहले जारी की गई उस अधिसूचना से मिलती है, जिसे 31 मई जारी किया गया था. मगर कई राज्यों में विधानसभा चुनाव को देखते हुए अगले दिन अधिसूचना वापस ले ली गई थी. मगर आरबीआई और सरकार की स्थिति को सुधारने के लिए इस बार ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है.
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई से अधिसूचना को फिर से जारी किया जा सकता है. जानकारों का कहना है कि अर्थव्यवस्था में ब्याज दरों में गिरावट आई है. ऐसे में आरबीआई और सरकार की खपत को बढ़ावा देने और अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के​ लिए ब्याज दरों को कम किया जा सकता है. चूंकि वित्त वर्ष 2021 में सकल घरेलू उत्पाद 7.3% अनुबंधित है, इसलिए कटौती की ज्यादा संभावना है.
अधिसूचना में इन स्कीम्स में की गई थी कटौती
वापस ली गई अधिसूचना में सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) के लिए ब्याज दर 7.1% से घटाकर 6.4% कर दी गई. वहीं 5 वर्षीय सावधि जमा में ब्याज दर 6.7% से 5.8%, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) 7.4% से 6.5%, मासिक आय योजना (एमआईएस) 6.6% से 5.7%, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) 6.8% से 5.9%, किसान विकास पत्र (केवीपी) 6.9% (138 महीने की अवधि) से 6.2% (124 महीने की अवधि) और सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई) 7.6% से 6.9% कर दी गई थी.
क्यों लोकप्रिय है छोटी बचत योजना
जोखिम से बचने वाले निवेशक ज्यादातर छोटी बचत योजनाओं में निवेश करना पसंद करते हैं. ये बैंक सावधि जमा की तुलना में अधिक ब्याज दरों की पेशकश करती हैं. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के डेटा के अनुसार घरेलू वित्तीय बचत में छोटी बचत का हिस्सा Q3FY20 में GDP के 1.3% से बढ़कर Q3FY21 में 1.4% हो गया.
अधिक दरों पर करें लॉक इन
अगर आप छोटी बचत योजनाओं से बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो जून के आखिर तक आपके लिए निवेशक का अच्छा मौका है. इसमें 1 साल से 5 साल की अवधि के बीच आप पोस्ट ऑफिस सावधि जमा, एनएससी, केवीपी, 5 साल की आवर्ती जमा, एमआईएस और एससीएसएस किसी भी स्कीम में निवेश कर सकते हैं. इसमें बेहतर ब्याज मिलेगा. अगर जुलाई से पहले अकाउंट खुलवाया जाए तो आपको वर्तमान ब्याज दर के हिसाब से भुगतान मिलेगा. क्योंकि जब ब्याज दरों में संशोधन किया जाता है, तो ये योजनाएं परिपक्वता तक अनुबंधित दरों का भुगतान करती हैं. हालांकि, पीपीएफ या एसएसवाई के मामले में, संपूर्ण शेष राशि संशोधित दरों पर मिलती है.


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