जनता से रिश्ता वेबडेस्क| कोरोना काल में मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों का ट्रैफिक तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। जून के महीने में ये आंकड़ा लगभग 2.2 लाख घरेलू यात्रियों का था, जो सितंबर तक बढ़कर 6.5 लाख हो गया। इस दौरान घरेलू उड़ानों की संख्या 2600 से बढ़कर 6600 पर पहुंच गई। वहीं अगर बात अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की करें तो जून में जो संख्या 38 हजार के करीब थी, वह सितंबर तक बढ़कर 77 हजार करीब पहुंच गई। वहीं इस दौरान उड़ानों की संख्या 1640 से बढ़कर 1860 पर पहुंच गई।
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अगर बात अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की करें तो जून से सितंबर के दौरान मुंबई एयरपोर्ट से उड़ने वाली हर दो में से एक फ्लाइट ने मिडिल ईस्ट के लिए उड़ान भरी। वैसे तो मिडिल ईस्ट की फ्लाइट में बहुत सारे भारतीय सफर करते ही हैं, लेकिन इस बार अलग ये था कि इनमें यात्रा करने वाले अधिकतर लोगों ने मिडिल ईस्ट के लिए उड़ान भरी और अमेरिका या यूरोप या फिर अफ्रीका जाने वाले यात्रियों की संख्या इनमें बहुत कम थी, क्योंकि वहां कोरोना का प्रकोप काफी अधिक है।
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अगर तुलना करें तो पता चलता है कि जून से सितंबर के बीच में चार में से सिर्फ एक ऐसी फ्लाइट थी, जो यूरोप से आई या जिसने यूरोप के लिए उड़ान भरी। वहीं अमेरिका के लिए 11 फीसदी, अफ्रीका के लिए 6 फीसदी और एशिया पैसेफिक के लिए 2 फीसदी फ्लाइट्स ने उड़ान भरी। ये आंकड़े मुंबई इटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने दिए हैं।
इस दौरान इंडिगो ने सबसे अधिक 26,070 यात्रियों को 330 उड़ानों के जरिए सेवा दी, जिनमें अधिकतर लोग मिडिल ईस्ट गए। वहीं एयर इंडिया ने करीब 98 फ्लाइट्स से लगभग 15,550 यात्रियों को सेवाएं दीं, जो यूरोप और उत्तरी अमेरिका गई थीं।