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पिछले दो सत्रों में घरेलू निवेशकों ने जमकर की बिकवाली

jantaserishta.com
10 July 2023 6:59 AM GMT
पिछले दो सत्रों में घरेलू निवेशकों ने जमकर की बिकवाली
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नई दिल्ली: घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) पिछले दो कारोबारी सत्रों के दौरान 5,316 करोड़ रुपये की कुल बिक्री के साथ प्रमुख विक्रेता के रहे हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने बताया कि बेंचमार्क सूचकांकों को नई ऊंचाई पर ले जाने वाले हालिया उछाल के बाद बाजार उस स्‍तर के आसपास अपनी स्थिति मजबूत करगा।
नवीनतम अमेरिकी गैर-कृषि नौकरियों के आंकड़ों (जून में 2.09 लाख नौकरियां सृजित) से पता चलता है कि श्रम बाजार में स्थिरता आ रही है। लेकिन चूंकि मुख्य मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के आसपास बनी हुई है, इसलिए अमेरिकी फेडरल रिजर्व 26 जुलाई को दरों में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकता है।
इस उम्‍मीद में बांड पर मिलने वाला ब्‍याज चार प्रतिशत से ऊपर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यह वृहद निर्माण मूल बाजार में चल रही तेजी पर लगाम लगाएगा और इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ेगा। इसके अलावा, पिछले दो कारोबारी सत्रों के दौरान 5,316 करोड़ रुपये की कुल बिकवाली के साथ घरेलू संस्‍थागत निवेशक प्रमुख विक्रेता के रूप में उभरे हैं।
निचले स्तरों पर, विदेशी संस्‍थागत निवेशक (एफआईआई) फिर से आक्रामक तरीके से खरीदारी कर सकते हैं। भारत एफआईआई के लिए पसंदीदा गंतव्य बना हुआ है। कंपनियों के वित्‍तीय परिणाम गिरावट के दौरान बाजार को समर्थन देंगे क्योंकि पहली तिमाही के नतीजे अच्छे होने की उम्‍मीद है।
विजयकुमार का कहना है कि भारत में एफपीआई प्रवाह बना हुआ है। इस महीने 8 जुलाई तक उन्‍होंने 21,943 करोड़ रुपये (थोक सौदों सहित) बाजार में लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर यह प्रवृत्ति जारी रहती है तो जुलाई में मासिक एफपीआई निवेश मई और जून के आंकड़ों से अधिक हो जाएगा। मई में यह 43,838 करोड़ रुपये और जून में 47,148 करोड़ रुपये रहा था।
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