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डिजिटल पेमेंट होगा आसान, PoS मशीन की तरह काम करेगा मोबाइल फोन
Apurva Srivastav
20 Feb 2021 4:33 PM GMT
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एसबीआई का लक्ष्य है कि अगले दो साल में रिटेल और एंटरप्राइज सेग्मेंट के देश भर के 2 करोड़ दुकानदारों को इससे जोड़ा जाए.
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की सब्सिडियरी एसबीआई पेमेंट्स व्यापारियों को कम लागत वाली डिजिटल पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर (Digital Payment Infrastructure) उपलब्ध कराने के लिये योनो मर्चेंट ऐप (YONO Merchant App) पेश करेगी. बैंक ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. एसबीआई (SBI) ने एक बयान में कहा कि योनो मर्चेंट ऐप देश में व्यापारियों के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देगा. बैंक ने कहा, SBI की योजना देश के लाखों व्यापारियों को मोबाइल आधारित डिजिटल भुगतान स्वीकार करने में योग्य बनाने को लेकर कम लागत वाली इंफ्रास्ट्रक्चर बहाल करने की है. इसके तहत अगले दो साल में देश भर में खुदरा व उपक्रम खंडों में दो करोड़ संभावित उपभोक्ताओं को लक्ष्य किया जाएगा.
इन शहरों में डिजिटल पेमेंट आसान होगा- बैंक ने कहा कि यह उत्तर-पूर्वी शहरों समेत टियर 3 और 4 शहरों में डिजिटल भुगतान की बुनियादी संरचना का विस्तार करने में मददगार होगा .भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश के डिजिटल पेमेंट को मजबूत बनाने और सुरक्षा के लिहाज से नियम जारी किया है. आरबीआई ने बैंकों और कार्ड जारी करने वाली कंपनियों के लिए निर्देश जारी किया है.
एसबीआई की यह पहल आरबीआई की घोषणा के मुताबिक ही है. एसबीआई के इस फैसले से दुकानदर अपने एनएफसी एनेबल्ड एंड्रॉयड स्मार्टफोन को पेमेंट एसेप्टेंस डिवाइसेज के रूप में बदल सकेंगे और उन्हें महज एक साधारण मोबाइल ऐप के जरिए ही पेमेंट लेने की सुविधा मिल जाएगी.
SBI ने वीजा से की साझेदारी
एसबीआई का लक्ष्य है कि अगले दो साल में रिटेल और एंटरप्राइज सेग्मेंट के देश भर के 2 करोड़ दुकानदारों को इससे जोड़ा जाए. यह कम से कम लागत में पेमेंट स्वीकार करने के लिए बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडल है. एसबीआई पेमेंट्स ने इसके लिए Visa से साझेदारी किया है.
PoS मशीन की तरह काम करेगा मोबाइल फोन
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि SBI पेमेंट्स द्वारा योनो मर्चेंट ऐप के लॉन्च की घोषणा करने में बहुत खुशी हो रही है. बैंक ने 3 साल पहले योनो प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था. योनो के 3.58 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं. योनो मर्चेंट इस प्लेटफॉर्म का एक विस्तार है.
उन्होंने कहा, उनके मोबाइल फोन को पीओएस डिवाइस के रूप में अपग्रेड किया जाएगा. इसके जरिए वे उन्हें जीएसटी इनवॉयसिंग, इंवेंटरी मैनेजेमेंट और लॉयल्टी जैसी वैल्यू एडेड सर्विसेज को एक्सेस करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा महज एक क्लिक पर अन्य बैंकिंग प्रॉडक्ट की भी सुविधाएं ले सकेंगे.
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