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डिजिटल इंडिया आरआईएससी-वी माइक्रोप्रोसेसर कार्यक्रम लॉन्च किया गया

Sonam
10 Aug 2023 4:35 AM GMT
डिजिटल इंडिया आरआईएससी-वी माइक्रोप्रोसेसर कार्यक्रम लॉन्च किया गया
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केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बोला है कि गवर्नमेंट अत्याधुनिक प्रतिस्पर्धी प्रणालियां विकसित करने में उद्योग का समर्थन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध और तैयार है। उन्होंने एक कार्यक्रम में बोला कि हिंदुस्तान के पास एक रोमांचक अवसर है और उस अवसर को उपयोगी बनाने के लिए उसे व्यावसायिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी प्रौद्योगिकी विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

‘डिजिटल इण्डिया रिक्स-वी सिम्पोजियम’ को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, गवर्नमेंट यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि डीआईआर-वी (डिजिटल इण्डिया रिस्क-वी) माइक्रोप्रॉसेसर भारतीय आईएसए (इंस्ट्रक्शन सेट आर्किटेक्चर) है, और हम अत्याधुनिक प्रतिस्पर्धी सिस्टम विकसित करने में उद्योग का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।

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भारत गवर्नमेंट ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के अनुसार माइक्रोप्रॉसेसर बनाने के लिए डिजिटल इण्डिया रिस्क-वी माइक्रोप्रॉसेसर कार्यक्रम प्रारम्भ किया है। रिस्क का मतलब ‘अल्प निर्देश सेट कंप्यूटर’ और ‘वी’ का मतलब पांचवीं पीढ़ी से है। रिस्क-वी परियोजना 2010 में प्रारम्भ हुई थी।

डिजिटल इण्डिया RISC-V माइक्रोप्रॉसेसर कार्यक्रम क्या है?

डिजिटल इण्डिया RISC-V माइक्रोप्रॉसेसर कार्यक्रम हिंदुस्तान गवर्नमेंट द्वारा प्रारम्भ किया गया एक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य हिंदुस्तान को RISC-V माइक्रोप्रोसेसरों के क्षेत्र में एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनाना है। इस कार्यक्रम के तहत, हिंदुस्तान गवर्नमेंट RISC-V माइक्रोप्रोसेसरों के विकास और विनिर्माण के लिए अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगी, साथ ही इस क्षेत्र में उद्योग और शिक्षा के बीच योगदान को बढ़ावा देगी।

‘आरआईएससी’ का अर्थ है ‘रिड्यूस्ड इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटर’ और ‘वी’ का अर्थ है पांचवीं पीढ़ी। RISC-V एक खुला और मुक्त साधन माइक्रोप्रॉसेसर आर्किटेक्चर है, जो इसे अनुकूलन और नवाचार के लिए बिल्कुल ठीक बनाता है। RISC-V माइक्रोप्रॉसेसर का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार के उपकरणों में किया जा सकता है, जिसमें स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप, सर्वर और सेंसर शामिल हैं।

डिजिटल इण्डिया RISC-V माइक्रोप्रॉसेसर कार्यक्रम हिंदुस्तान को RISC-V माइक्रोप्रॉसेसरों के क्षेत्र में एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनाकर राष्ट्र के डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा। इस कार्यक्रम से हिंदुस्तान को नए उद्योगों और रोजगार के अवसर पैदा करने में सहायता मिलेगी, और राष्ट्र को एक आत्मनिर्भर और ताकतवर देश बनाने में सहायता मिलेगी।

यह कार्यक्रम हिंदुस्तान गवर्नमेंट के आत्मनिर्भर हिंदुस्तान मिशन का एक जरूरी हिस्सा है। इस कार्यक्रम से हिंदुस्तान को RISC-V माइक्रोप्रॉसेसरों के क्षेत्र में एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने में सहायता मिलेगी, और राष्ट्र के डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।

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