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दूरसंचार और उपग्रह क्षेत्र की कंपनियों के बीच 5जी स्पेक्ट्रम (5G Spectrum) के आवंटन नियमों को लेकर खुली चर्चा के दौरान मतभेद खुलकर सामने आए.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | दूरसंचार और उपग्रह क्षेत्र की कंपनियों के बीच 5जी स्पेक्ट्रम (5G Spectrum) के आवंटन नियमों को लेकर खुली चर्चा के दौरान मतभेद खुलकर सामने आए. इस खुली चर्चा का आयोजन भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने किया था. 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी इसी साल किए जाने की संभावना है. दूरसंचार और उपग्रह आधारित सेवाएं देने वाली कंपनियों में इस मुद्दे को लेकर भारी मतभेदों के बीच नियामक ने उनसे 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए अपने अतिरिक्त विचार 15 फरवरी तक देने को कहा है. विशेष रूप से ट्राई ने स्पेक्ट्रम के मूल्यांकन के तौर-तरीके को लेकर ब्योरा देने को कहा है.
TRAI ने इससे पहले 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 3,300 से 3,600 मेगाहर्ट्ज बैंड को 492 करोड़ रुपये प्रति मेगाहर्ट्ज के आधार मूल्य की सिफारिश की थी. ऐसे में 5जी स्पेक्ट्रम खरीदने की इच्छुक दूरसंचार कंपनियों को अखिल भारतीय स्तर पर यह स्पेक्ट्रम खरीदने के लिए कम से कम 9,840 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे.
अंतर्राष्ट्रीय मानक का इस्तेमाल कर आधार मूल्य तय हो
रिलायंस जियो इन्फोकॉम (Reliance Jio Infocom) के अध्यक्ष रवि गांधी और भारती एयरटेल के मुख्य नियामकीय अधिकारी राहुल वत्स और सीओएआई (सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के उप-महानिदेशक विक्रम तिवथिया ने सुझाव दिया कि नियामक मध्यम बैंड और उच्च फ्रीक्वेंसी के बैंड में 5G स्पेक्ट्रम के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानक का इस्तेमाल कर आधार मूल्य तय करें.
5जी का रोल आउट इस साल के अंत तक होने की उम्मीद है क्योंकि स्पेक्ट्रम नीलामी प्रक्रिया अगस्त तक होगा और इसके बाद सेवाओं को शुरू किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) पहले से ही 5G के रोलआउट के लिए दूरसंचार उद्योग के साथ बातचीत कर रहा है, और मार्च तक इस पर एक रिपोर्ट की उम्मीद की जा सकती है.
इन 13 शहरों लॉन्च होगी 5जी
साल 2022 में देश के प्रमुख शहरों में 5G सेवाओं की शुरुआत कर दी जाएगी. सरकार ने देश के उन 13 बड़े शहरों का चुनाव कर लिया है जहां पर सबसे पहले 5जी सर्विसेज लॉन्च की जाएगी. जिन 13 शहरों का चुनाव किया गया है, उनमें देश की कुल शहरी आबादी का एक बड़ा हिस्सा रहता है. इन 13 शहरों में देश की चारों मेट्रो सिटी दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई शामिल हैं. इन 4 महानगरों के अलावा गुरुग्राम, चंडीगढ़, लखनऊ, पुणे, बेंगलुरु, जामनगर, अहमदाबाद, गांधीनगर और हैदराबाद भी शामिल हैं.
क्या होता है स्पेक्ट्रम?
स्पेक्ट्रम से हमारा पाला हर रोज पड़ता है, चाहे वो टीवी का रिमोट हो या माइक्रोवेव ओवेन या फिर धूप. स्पेक्ट्रम, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम का छोटा रूप है. यह उस विकिरण ऊर्जा को कहते हैं, जो धरती को घेरे रहती है. इस इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रैडिएशन (ईएमआर) का मुख्य स्रोत सूरज है.
साथ ही, यह ऊर्जा तारों और आकाशगंगाओं से भी मिलती है. इसके अलावा, यह ऊर्जा धरती के नीचे दबे रेडियोएक्टिव तत्वों से भी मिलती है. ये सारे स्पेक्ट्रम, जिन्हें हम रेडिएशन भी कह सकते है. इनमें कुछ बेहद काम की हैं. ये हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचातीं. इन्हीं के जरिए हम टीवी और रेडियो देख पाते है. मोबाइल फोन चला पाते है.
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