ऑटो उद्योग को उम्मीद है कि इस त्योहारी सीजन में नई कारों के आने और उत्पादन बढ़ने से कारों की बिक्री तेजी से होगी. हालांकि, त्योहारों के बाद उद्योग कारोबार को लेकर अच्छी उम्मीद है. फेस्टिव सीजन में आमतौर पर ऑटोमोबाइल की बिक्री में बढ़ोतरी होती है. इस साल फेस्टिव सीजन 11 अगस्त को रक्षाबंधन से शुरू होकर 25 अक्टूबर को दिवाली तक चलेगा.
ऑटोमोबाइल डीलरों के निकाय फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने बताया, ''हमें उम्मीद है कि नई पेशकश और बेहतर उत्पादन गतिविधियों के चलते इस साल त्योहारी सीजन में यात्री वाहनों की बिक्री के लिहाज से सबसे अच्छा रहेगा.'' उन्होंने बताया कि उद्योग पिछले 4-5 महीनों में औसतन तीन लाख से अधिक इकाइयों का उत्पादन कर रहा है. इससे रिटेल विक्रेताओं को मदद मिली है.''
ज्यादा ब्याज दर मांग पर डाल सकती हैं असर
किआ इंडिया के उपाध्यक्ष और सेल एवं मार्केटिंग प्रमुख हरदीप सिंह बराड़ के मुताबिक, ऐसे संकेत हैं कि सप्लाई चेन के मुद्दे अब कम हो रहे हैं और बाजार की धारणा तेज बनी हुई है. टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (यात्री वाहन और इलेक्ट्रिक वाहन) शैलेश चंद्र ने कहा कि कंपनी को त्योहारी सीजन के आखिर तक ग्राहकों की मांग के बारे में कोई चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि दूसरी तिमाही में बेहतर सेमीकंडक्टर उपलब्धता के साथ वाहनों की आपूर्ति में सुधार होगा. उन्होंने साथ ही मुद्रास्फीति और ब्याज दर ऑटो मांग को प्रभावित कर सकती है, हालांकि दूसरी तिमाही में कोई तनाव नहीं है.
जुलाई में कम हई पैसेंजर वाहनों की बिक्री
बीते महीने यानी जुलाई में वाहनों की रिटेल बिक्री में कमी आई है. यात्री वाहनों, दोपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों के रजिस्ट्रेशन में कमी आने से जुलाई में वाहनों की खुदरा बिक्री सालाना आधार पर आठ प्रतिशत घट गई. FADA नए बताते हैं कि पैसेंजर व्हीकल (PV) की रिटेल बिक्री जुलाई 2022 में सालाना आधार पर 5 प्रतिशत गिरकर 2,50,972 इकाई रही, जबकि जुलाई 2021 में यह आंकड़ा 2,63,238 इकाई था. वहीं, पिछले महीने टू-व्हीलर वाहनों की रिटेल बिक्री 11 प्रतिशत घटकर 10,09,574 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले की इस अवधि में यह 11,33,344 इकाई थी.