x
प्रधानमंत्री आज देहरादून के दौरे पर हैं और यहां वे सिर्फ 2.5 घंटे में दिल्ली से देहरादून पहुंचाने वाले इकोनॉमिक कॉरिडोर की नीव रखने वाले हैं जिसकी लागत 8,300 करोड़ रुपये है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली से देहरादून का सफर अब बेहद आसान और तेज रफ्तार होने वाला है. दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर की नीव आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखने वाले हैं. इस प्लान के तहत नया मार्ग दिल्ली से देहरादून को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के जरिए जोड़ेगा. इससे दोनों शहरों के बीच की दूरी और इस सफर को तय करने में लगने वाला समय दोनों व्यापक रूप से कम होगा. इस रोड से दोनों शहरों के बीच की दूरी 25 किमी घटकर 210 किमी रह जाएगी और ये सफर सिर्फ ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा.
ये सड़क एशिया के सबसे बड़े वाइल्डलाइफ रास्ते को कवर करेगी
नए कॉरिडोर को 100 किमी/घंटा रफ्तार पर वाहन चलाने के हिसाब से तैयार किया जा रहा है. दिलचस्प है कि ये सड़क एशिया के सबसे बड़े वाइल्डलाइफ रास्ते को कवर करेगी जिसकी लंबाई करीब 12 किमी होगी. जंगली जानवरों को कोई खतरा ना हो, इसीलिए देहरादून के नजदीक स्थित डाटकाली मंदिर के पास 340 मीटर लंबी टनल बनाई जा रही है. जंगली जानवर दुर्घटना के शिकार ना हो जाएं इस बात को ध्यान में रखते हुए गणेशपुर-देहरादून मार्ग पर अच्छी व्यवस्था की जाने वाली है. ये हाइवे 4 हिस्सों में तैयार किया जाएगा.
एक भी टोल नाका नहीं होगा
इस कॉरिडोर में हर 25-30 किमी पर जरूरत का सामान मिलने की व्यवस्था भी प्लान है. टोल नाका एक भी नहीं होगा और पूरी यात्रा का टोल शुल्क आपसे फास्टैग के जरिए वसूला जाएगा. इस हाइवे से बाहर निकलने के लिए हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बड़ौत में बड़े इंटरचेंज की व्यवस्था की जाएगी. इस मार्ग पर हर 500 मीटर के बाद बारिश के पानी की हार्वेस्टिंग की जाएगी और यहां 400 से ज्यादा वाटर रीचार्ज पॉइंट भी बनाए जाएंगे. बता दें कि इस कॉरिडोर को बनाने में 8,300 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
Next Story