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Mobikwik के 3.5 मिलियन यूजर्स का डेटा हुआ सार्वजनिक, यहां बेची जा रही है आधार से लेकर KYC तक की डिटेल्स

Gulabi
30 March 2021 10:01 AM GMT
Mobikwik के 3.5 मिलियन यूजर्स का डेटा हुआ सार्वजनिक, यहां बेची जा रही है आधार से लेकर KYC तक की डिटेल्स
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सोमवार को पेमेंट ऐप मोबिक्विक उस दौरान शक के घेरे में आ गया जब एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने ये दावा किया कि

सोमवार को पेमेंट ऐप मोबिक्विक उस दौरान शक के घेरे में आ गया जब एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने ये दावा किया कि, 3.5 मिलियन यूजर्स का डेटा डार्क वेब पर बेचा जा रहा है. रिसर्चर ने कहा कि, इसमें यूजर्स की निजी जानकारी शामिल है. 3.5 मिलियन यूजर्स का जो डेटा लीक हुआ है उसमें KYC की जानकारी, आपका पता, फोन नंबर, आधार कार्ड डिटेल्स और दूसरी अहम जानकारियों को बेचा जा रहा है.

कई यूजर्स अब तक इस बात से वाकिफ हो चुके हैं कि उनकी पर्सनल जानकारी को इंटरनेट पर वायरल किया जा रहा है. डेटा ब्रीच को सबसे पहले फरवरी में सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेकर राजाहरिया ने देखा था. 1 करोड़ भारतीय कार्डधारक के कार्ड डेटा जिसमें व्यक्तिगत विवरण और केवाईसी सॉफ्ट कॉपी (पैन, आधार आदि) शामिल हैं, कथित तौर पर भारत में कंपनी के सर्वर से लीक हुए हैं.
1 करोड़ भारतीय कार्डधारक के कार्ड डेटा जिसमें व्यक्तिगत विवरण और केवाईसी सॉफ्ट कॉपी (पैन, आधार आदि) शामिल हैं, कथित तौर पर भारत में कंपनी के सर्वर से लीक हुए हैं. वहीं इसमें 6 टीबी केवाईसी डेटा और 350 जीबी mysql डंप शामिल हैं. ब्रीच के स्क्रीनशॉट को ट्विटर पर एक अन्य सुरक्षा शोधकर्ता द्वारा पोस्ट किया गया था, जिसे इलियट एल्डरसन नाम से जाना जाता है. उन्होंने इसे "इतिहास का सबसे बड़ा केवाईसी डेटा लीक" बताया है.
TechNadu की रिपोर्ट के अनुसार, ईमेल आईडी, फोन नंबर, पासवर्ड एप्लिकेशन इंस्टॉल, फोन निर्माता, आईपी पता, जीपीएस स्थान और उपयोगकर्ताओं के दूसरी जानकारियां लीक हो गए थे. रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि कथित विक्रेता ने एक डार्क वेब पोर्टल स्थापित किया है "जहां कोई व्यक्ति फोन नंबर या ईमेल आईडी से खोज कर सकता है और कुल 8.2 टीबी डेटा में से जानकारी ले सकता है."
कंपनी ने फरवरी में राजशेखर के दावों से इनकार कर दिया था, लेकिन सोमवार को, डार्क वेब से एक लिंक कथित तौर पर ऑनलाइन देखा गया था. उपयोगकर्ताओं ने डार्क वेब पर उनके पर्सनल जानकारी को देखने का दावा किया है. कई उपयोगकर्ताओं ने मोबिक्विक के डेटा के स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किए जो कि डॉर्क वेब पर बिक्री के लिए थे. रिपोर्ट्स के अनुसार, डेटा 1.5 बिटकॉइन या लगभग 86,000 डॉलक में बेचा जा रहा था. हालांकि, मोबिक्विक ने राजाहरिया द्वारा किए गए दावों का स्पष्ट रूप से खंडन किया है.
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, "कुछ मीडिया-तथाकथित सिक्योरिटी रिसर्चर ने बार-बार हमारे संगठन के कीमती समय के साथ-साथ मीडिया के सदस्यों को बर्बाद करने वाली मनगढ़ंत फाइलें पेश करने का प्रयास किया है. हमने पूरी तरह से जांच की और कोई सुरक्षा चूक नहीं पाई. हमारे उपयोगकर्ता और कंपनी का डेटा पूरी तरह से सुरक्षित और सुरक्षित है. "
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