x
आंकड़ों पर गौर करें तो भारत में कच्चे तेल के उत्पादन में दिसंबर, 2021 में भी गिरावट रही. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी का प्रोडक्शन घटने से देश के कच्चे तेल उत्पादन में करीब दो प्रतिशत की गिरावट आई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड ऑयल की कीमत में तेजी के बीच देश में इसका उत्पादन कम हो गया है. आंकड़ों पर गौर करें तो भारत में कच्चे तेल के उत्पादन में दिसंबर, 2021 में भी गिरावट रही. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ओएनजीसी का प्रोडक्शन घटने से देश के कच्चे तेल उत्पादन में करीब दो प्रतिशत की गिरावट आई है.
कीमत बढ़ने की आशंका क्यों?
मांग के मुकाबले घरेलू आपूर्ति कम होने के कारण भारत को कच्चे तेल की 85 प्रतिशत जरूरत को आयात से पूरा करना पड़ता है. मौजूदा हालात ये हैं कि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ गई हैं. दूसरी तरफ घरेलू स्तर पर उत्पादन कम हो रहा है. ऐसे में ये आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ने की आशंका है.
ओएनजीसी की कटौती
भारत की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी ओएनजीसी ने दिसंबर में 16.5 लाख टन कच्चे तेल का उत्पादन किया, जो तीन प्रतिशत की गिरावट दिखाता है. हालांकि, ऑयल इंडिया लिमिटेड का उत्पादन 5.4 प्रतिशत बढ़कर 2,54,360 टन पर पहुंच गया.
कीमतों में स्थिरता बरकरार
घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के दाम में पिछले करीब ढाई महीने से स्थिरता बनी हुई है. नए रेट के मुताबिक महानगरों में मुंबई में पेट्रोल सबसे महंगा 109.98 रुपये लीटर और दिल्ली में सबसे सस्ता 95.41 रुपये है.
Next Story