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वक्त के साथ लोगों के निवेश का तरीका भी बदल गया
वक्त के साथ लोगों के निवेश का तरीका भी बदल गया. अब म्यूचुअल फंड में बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) के प्रति निवेशकों के बढ़े रुझान के चलते म्यूचुअल फंड की प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (असेट अंडर मैनेजमेंट) सितंबर में बढ़कर करीब 37 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गईं. यह सालाना आधार पर 33 फीसदी अधिक है.
AMFI के मुताबिक पिछले महीने प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (AUM) ने 36.74 लाख करोड़ रुपए का आंकड़ा छू लिया, जो सितंबर 2020 में 27.6 लाख करोड़ रुपए था. AMFI के सीईओ एन एस वेंकटेश ने बताया कि एसआईपी में रिकॉर्ड प्रवाह के कारण AUM में बढ़ोतरी हुई. इस दौरान SIP ने पहली बार 10,000 करोड़ रुपए के आंकड़े को पार किया. उन्होंने कहा कि यह म्यूचुअल फंडों में खुदरा निवेशकों के भरोसे को भी दर्शाता है.
SIP अकाउंट में तेजी से उछाल
SIP अकाउंट की संख्या अगस्त में 43244048 थी जो बढ़कर 44897602 हो गई. वहीं, एसआईपी असेट 9923.15 करोड़ से बढ़कर 10351.33 करोड़ हो गया. ओवरऑल SIP असेट अगस्त के महीने में 526883 करोड़ थी जो बढ़कर 544976 करोड़ पर पहुंच गया. वित्त वर्ष 2021-22 के पहले छह महीनी में इंडस्ट्री फोलियो में 89.15 लाख का उछाल आया, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में कुल 81 लाख नए इंडस्ट्री फोलियो जोड़े गए थे.
म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds)
लंबी अवधि के निवेश पर हाई रिटर्न के कारण, म्यूचुअल फंड को कई निवेशकों के लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से एक माना जाता है. मार्केट लिंक्ड इन्वेस्टमेंट ऑप्शन के साथ एक निवेशक को इक्विटी, मनी मार्केट फंड, डेट फंड आदि जैसे विभिन्न इंस्ट्रूमेंट्स के माध्यम से अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने में मदद मिलती है. इसके अतिरिक्त, अनुभवी फंड मैनेजर निवेशकों को फैसले लेने में मार्गदर्शन करते हैं. इसके साथ ही, ईज ऑफ इन्वेस्टमेंट, ट्रांसपेरेंसी और टैक्स सेविंग्स म्यूचुअल फंड में निवेश के कुछ अन्य फायदे हैं.
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