
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दक्षिण मध्य रेलवे की 546 किसान रेलों (Kisan Rail) ने 1.77 लाख टन कृषि उत्पादों (Agricultural Produce) की ढुलाई की. साथ ही दूध दुरंतो ने रेनीगुंटा से हजरत निजामुद्दीन तक साल 2021 में लगभग 7.77 करोड़ लीटर दूध की ढुलाई की.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | दक्षिण मध्य रेलवे की 546 किसान रेलों (Kisan Rail) ने 1.77 लाख टन कृषि उत्पादों (Agricultural Produce) की ढुलाई की. साथ ही दूध दुरंतो ने रेनीगुंटा से हजरत निजामुद्दीन तक साल 2021 में लगभग 7.77 करोड़ लीटर दूध की ढुलाई की. साल 2021 के दौरान दक्षिण मध्य रेलवे (SCR- South Central Railway) के रेल नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए कुल 227.5 किलोमीटर ट्रैक का निर्माण किया गया है. इसके अलावा, निर्बाध ट्रेन आवाजाही सुविधा प्रदान करने के लिए, 657 किलोमीटर रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण किया गया है. रेलवे के अनुसार दक्षिण मध्य रेलवे के रेल नेटवर्क 25 किलोमीटर का नई लाइनों का निर्माण किया गया है. इसके साथ ही 120.5 किलोमीटर डबल लाइन का कार्य पूरा किया गया. वहीं तीसरी लाइन को लेकर 82 किलोमीटर का काम पूरा किया गया.
948 किलोमीटर तक बढ़ाया गया TCAS
प्रमुख जंक्शनों पर भीड़भाड़ कम करने और मार्ग में अवरोधों के बिना सुरक्षित, आरामदायक रेल यात्रा प्रदान करने की दृष्टि से, दक्षिण मध्य रेलवे ने नवीनतम तकनीकी प्रगति का उपयोग करके विभिन्न क्षमता निर्माण कार्य किए हैं, जो ट्रेनों के चालन समय को कम करके रेलवे के प्रवाह क्षमता को बढ़ाने में मदद करेंगे. ट्रेन कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम (टीसीएएस) को इस जोन के 92 स्थानों को कवर करते हुए 948 किलोमीटर तक बढ़ा दिया गया है.
दूध दुरंतो ने की 13 करोड़ लीटर दूध की ढुलाई
इसके के साथ दूध दुरंतो जो एक दूध विशेष ट्रेन है, जिसे दक्षिण मध्य रेलवे द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में दूध की आपूर्ति को पूरा करने के लिए आंध्र प्रदेश के रेनीगुंटा से लॉकडाउन अवधि के दौरान शुरू किया गया था. वर्ष 2021 के दौरान, लगभग 7.77 करोड़ लीटर दूध रेनीगुंटा से हजरत निजामुद्दीन तक पहुंचाया गया, जिससे कुल दूध की ढुलाई 13 करोड़ लीटर से अधिक हो गई.
दक्षिण मध्य रेलवे ने चलाई 546 किसान रेल
किसानों की सहायता के लिए और कृषक समुदाय की आय को बढ़ावा देने के लिए, भारत सरकार ने बेहतर मूल्य प्राप्त करने के लिए रियायती टैरिफ (नियमित टैरिफ का 50 फीसदी) पर कृषि उत्पादों को राष्ट्रीय बाजारों में परिवहन के लिए किसान रेल अवधारणा की शुरूआत की थी. जिसके बाद इस जोन ने किसान रेल चलाने पर विशेष बल दिया है. पिछले एक साल में जोन के विभिन्न स्टेशनों से कुल 1.77 लाख टन कृषि उत्पादों की 546 किसान रेलों के माध्यम से ढुलाई हुई. दक्षिण मध्य रेलवे अपने अधिकार क्षेत्र- तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र तीन राज्यों से किसान रेल संचालित करता है.
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