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केंद्र सरकार ने फर्टिलाइजर कंपनियों को दिए स्‍पष्‍ट निर्देश, किसानों के लिए खाद की नहीं होने दी जाएगी कमी

Tara Tandi
14 Oct 2020 2:55 PM GMT
केंद्र सरकार ने फर्टिलाइजर कंपनियों को दिए स्‍पष्‍ट निर्देश, किसानों  के लिए खाद की नहीं होने दी जाएगी कमी
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देश भर में मॉनसून अच्छा रहने की वजह से खेतों में बुआई भी अच्छी हुई है. ऐसे में केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र ...

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| नई दिल्‍ली. देश भर में मॉनसून (Monsoon) अच्छा रहने की वजह से खेतों में बुआई भी अच्छी हुई है. ऐसे में केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की फर्टिलाइजर कंपनियों (PSU Fertilizer Companies) के साथ मैराथन बैठक की. इस दौरान सरकार ने फर्टिलाइजर कंपनियों को स्‍पष्‍ट निर्देश दिया कि किसी भी सूरत में किसानों (Farmers) के लिए खाद की कमी नहीं होनी चाहिए. केंद्रीय उर्वरक व रासायन मंत्री सदानंद गौड़ा (Sadananda Gowda) ने कहा कि देश भर में यूरिया समेत दूसरे खाद की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए. इस साल देश भर में मॉनसून अच्छा रहने की वजह से खरीफ फसलों (Kharif Crop) के लिए यूरिया की मांग ज्यादा थी. लॉकडाउन के बावजूद फर्टिलाइजर कंपनियों ने यूरिया समेत दूसरे खादों की आपूर्ति जारी रखी.

रबी फसलों के लिए भी कंपनियां रहें तैयार

केंद्र ने उर्वरक कंपनियों को साफ निर्देश दिया है कि खरीफ के बाद रबी फसलों (Rabi Crop) के लिए भी तैयार रहें. किसानों को जरूरत के मुताबिक यूरिया (Urea) और दूसरे खाद उपलब्‍ध कराने की पूरी तैयारी होनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने पीएसयू कंपनियों के प्रमुखों को निर्देश दिया है कि एक कॉमन स्ट्रेटजी बनाई जानी चाहिए. इसके तहत उवर्रकों की बिक्री के लिए कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा दिया जाए. साथ ही ये सुनिश्चित किया जाएग कि उवर्रकों के लिए दी जा रही सब्सिडी का डायवर्जन या लीकेज ना हो ताकि लाभ सीधे किसानों तक पहुंचे.

उत्‍पादन में नई तकनीक का करें इस्तेमाल

केंद्रीय मंत्री ने कंपनियों से कहा कि वे आत्मनिर्भर बनें. कंपनियां केंद्र सरकार की बजटीय सहायता पर निर्भर ना बनें. बदलते समय की मांग है कि कंपनियां विविधता वाले खादों के उत्पादन पर जोर दें. कंपनियां नैनो-फर्टिलाइजर और कस्टमाइज्ड फर्टिलाइजर बनाने की दिशा में काम करें. जरूरत पड़े तो मौजूदा प्लांट्स में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करें. केंद्रीय मंत्री ने कंपनियों को नसीहत दी है कि अगर वे निजी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा में टिके रहना चाहते हैं तो उन्हें कमर कसनी होगी. वहीं, पीएसयू कंपनियों ने भी प्लांट्स में आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल को लेकर निवेश और रणनीति की जानकारी दी.

बैठक में इन कंपनियों के प्रमुखों ने लिया हिस्सा

केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा के नेतृत्व में हुई इस बैठक में नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, राष्ट्रीय कैमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, द फर्टिलाइजर्स एंड कैमिकल्स त्रावणकोर लिमिटेड, मद्रास फर्टिलाइजर लिमिटेड, ब्रह्मपुत्र वैली फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन लिमिटेड और एफसीआई अरावली जिप्सम एंड मिनरल्स इंडिया लिमिटेड के प्रमुखों ने हिस्सा लिया. इसके अलावा फर्टिलाइजर सचिव छबिलेंद्र राउल भी बैठक में मौजूद थे.

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