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अपने वाहनों के दाम में इजाफा करती आई हैं और इस बार भी इसी को मुख्य वजह ठहराया जा सकता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पिछले कुछ सालों से वाहन निर्माता कंपनियों एक ट्रेंड बना लिया है जिसमें नए साल की शुरुआत में गाड़ियों की कीमतों बढ़ाई जाती हैं, इसके अलावा नए वित्त वर्ष की शुरुआत पर भी कंपनियों ने अपने वाहनों के दाम बढ़ाना शुरू कर दिया है. ऐसे में हमारा अनुमान है कि मर्सिडीज-बेंज और ऑडी के बाद अब बाकी वाहन निर्माता भी जल्द ही कीमतें बढ़ाने की घोषणा करने वाली हैं. सभी कंपनियां लगातार कच्चे माल और कमोडिटी की दरे बढ़ने का हवाला देकर अबतक अपने वाहनों के दाम में इजाफा करती आई हैं और इस बार भी इसी को मुख्य वजह ठहराया जा सकता है.
सभी कंपनियां बढ़ाएंगी दाम!
मारुति सुजुकी से लेकर टाटा मोटर्स और महिंद्रा से लेकर ह्यून्दे इंडिया भी जल्द ही अपनी कारों के दाम बढ़ाने की घोषणा कर सकती हैं. मौजूदा कोविड-19 महामारी के दौर में जहां वाहन निर्माताओं को पिछले दो साल में भारी नुकसान उठाना पड़ा है, वहीं सेमीकंडक्टर चिप की तंगी भी प्रोडक्शन पर बहुत बुरा असर डाल रही है. गाड़ियों की मांग होने के बावजूद वाहन निर्माता पूरी रफ्तार में प्रोडक्शन हीं कर पा रही हैं और लंबी वेटिंग लिस्ट भी ग्राहकों को दी जा रही है. स्टील, रबर और बाकी कच्चे माल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, ऐसे में वाहनों की कीमतें बढ़ना लगभग तय है.
जनवरी में ही बढ़ाए थे दाम
भारत में मौजूद लगभग सभी वाहन निर्माताओं ने जनवरी 2022 में ही अपने वाहनों की कीमतों में इजाफा किया है. अब कैलेंडर ईयर की दूसरी और नए वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भी दाम बढ़ाए जाने का अनुमान है. नई कारों की कीमतें बढ़ने की वजह से सेकेंड हैंड कार बाजार में डिमांड बढ़ी है और ये मार्केट अब ग्राहकों को बहुत किफायती लगने लगा है. इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में भी जोरदार इजाफे का अनुमान लगाया जा रहा है और ओला ने भी ये घोषणा कर दी है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए जब अगली विंडो खोली जाएगी तो इनके बाद बढ़ाए जाएंगे.
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