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क्या IPO आने से पहले भी किसी कंपनी में अनलिस्टेड मार्केट के जरिए निवेश किया जा सकता है? जानिए एक्सपर्ट की राय

Renuka Sahu
12 Sep 2021 1:55 AM GMT
क्या IPO आने से पहले भी किसी कंपनी में अनलिस्टेड मार्केट के जरिए निवेश किया जा सकता है? जानिए एक्सपर्ट की राय
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फाइल फोटो 

शेयर बाजार इस समय रिकॉर्ड हाई पर है. ऐसे में कंपनियां मौके का फायदा उठाकर IPO ला रही हैं

जनता से रिश्ता वेबडेसक। शेयर बाजार इस समय रिकॉर्ड हाई पर है. ऐसे में कंपनियां मौके का फायदा उठाकर IPO ला रही हैं. इस साल अब तक दर्जनों आईपीओ आ चुके हैं और दर्जनों आईपीओ आने बाकी हैं. कई निवेशक ऐसे भी हैं जो आईपीओ आने से पहले ग्रे मार्केट मार्केट में उस कंपनी का शेयर खरीदते हैं. उन्हें इस बात की उम्मीद रहती है कि रिटर्न बेहतर मिलेगा. क्या यह निवेश का सही रास्ता है, आइए इसके बारे में जानते हैं.

शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि बाजार इस समय रिकॉर्ड हाई पर है. इसके अलावा कई सक्सेफुल आईपीओ पहले ही आ चुके हैं. ऐसे में हाल फिहाल में कई ऐसी कंपनियां भी लिस्ट हुई हैं जो निवेशकों को उम्मीद के मुताबिक रिटर्न देने में निराश रही हैं. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट में ग्रे मार्केट में निवेश को लेकर आशिका वेल्थ एडवाइजरी के अमित जैन का कहना है कि अगर कोई निवेशक लंबे समय के लिए निवेश करना चाहता है तो ग्रे मार्केट में खरीदारी करना सही विकल्प है.
छह महीने का लॉक-इन पीरियड होता है
नियम के मुताबिक अगर कोई अनलिस्टेड शेयर खरीदता है और वह कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होती है तो निवेशक को कम से कम छह महीने के लिए निवेश रखना पड़ता है. यह लॉक-इन पीरियड होता है. ऐसे में जो निवेशक IPO से पहले उसमें निवेश करते हैं वे कंपनी के लिस्ट होने के छह महीने तक बाहर नहीं निकल सकते हैं. पहले लॉक-इन पीरियड 1 साल का था जिसे सेबी ने घटाकर 6 महीना किया है.
इन कंपनियों में है निवेशकों की दिलचस्पी
आने वाले दिनों में Mobikwik, Paytm, Sterlite Power Transmission जैसी कंपनियों का आईपीओ आने वाला है. ग्रे मार्केट या फिर अनलिस्टेड मार्केट में इन शेयर्स के प्रति निवेशकों में जबरदस्त क्रेज है.
अनलिस्टेड मार्केट में कीमत ज्यादा-कम दोनों हो सकता है
बाजार के जानकारों के मुताबिक, अनलिस्टेड मार्केट में किसी कंपनी के शेयर का भाव आईपीओ के इश्यू प्राइस के मुकाबले ज्यादा होता है. उदाहरण के तौर पर राकेश झुनझुनवाला के निवेश वाली कंपनी Barbeque Nation ग्रे मार्केट में 900 रुपए के स्तर पर ट्रेड कर रहा था, जबकि इस आईपीओ का इश्यू प्राइस 500 रुपए था. इस सप्ताह यह शेयर 1134 रुपए पर बंद हुआ जबकि अभी तक का उच्चतम स्तर 1268 रुपए है.
नजारा का अनलिस्टेड प्राइस काफी कम था
दूसरी तरफ राकेश झुनझुनवाला की निवेश वाली एक और कंपनी Nazara Technologies का आईपीओ आने से पहले यह ग्रे मार्केट में 400 रुपए के स्तर पर मिल रहा था. आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 1100 रुपए के करीब था जबकि इस सप्ताह यह 1785 रुपए के स्तर पर बंद हुआ.
IPO अलॉटमेंट नहीं मिलने के कारण यह ट्रेंड
बाजार के जानकारों का यह भी कहना है कि शेयर मार्केट में लिक्विडिटी काफी है ऐसे में कई निवेशकों को आईपीओ अलॉटमेंट में शेय नहीं मिल पाता है. यही वजह है कि वे ग्रे मार्केट के जरिए इसमें एंट्री लेते हैं. कई निवेशकों को लगता है कि वे बाजार से मिसिंग हो रहा हैं. ऐसे में अपनी मौजूदगी के लिए वे ग्रे मार्केट का सहारा लेते हैं.


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