आप अगर घर के लिए ताला खरीदकर लाते हैं तो उसमें भी आपको 2 चाबी मिलती है, लेकिन आपको सुनकर हैरानी होगी कि किआ जैसी बड़ी वाहन निर्माण करने वाली कंपनी अपने ग्राहकों को केवल एक चाबी देने के लिए मजबूर है। इस खबर में आपको बताने जा रहे हैं ऐसी क्या वजह है जिसके चलते कंपनी ने ये फैसला लिया है और दूसरी चाबी के लिए किआ के ग्राहकों को कितना वेट करना पड़ेगा।
सेमीकंडक्टर के वैश्विक कमी
समीकंडक्टर की वैश्विक कमी के चलते पूरा ऑटो इंडस्ट्री का हाल बेहाल है। हालांकि, पहले की तुलना सेमीकंडक्टर का वेटिंग पीरियड घटा है। सेमीकंडक्टर को बनने में अधिक समय लगता है, इसलिए कंपनियां इससे निपटने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रही है। इसी क्रम में कुछ वाहन निर्माण करने वाली कंपनियों ने अपने ग्राहकों को सिंगल चाबी देने का फैसला किया है। हालांकि, दूसरी चाबी कंपनियों ने कुछ दिन बाद देने का फैसला लिया है।
ऑटो इंडस्ट्री को सेमीकंडक्टर के चलते 2020 और 2021 में जिन बाधाओं का सामना करना पड़ा, वे अब समस्या पैदा कर रही हैं। किआ कार्स की रणनीति ज्यादातर ऑटोमोटिव निर्माता चिप की कमी से निपटने के लिए फीचर्स और क्रिएचर कंफर्ट में कटौती कर रहे हैं। टाटा मोटर्स ने भी अपनी गाड़ियों को साथ ऐसा ही किया है, वहीं हुंडई भी इस समय अपने कुछ मॉडल्स पर सिर्फ एक चाबी दे रही है।
किआ वर्तमान में भारत में सोनेट, सेल्टोस, कैरेंस, कार्निवल और ईवी6 बेचती है। ये सभी कारें 2 स्मार्ट चाबियों के साथ आती हैं जो ग्राहकों को बिना चाबी के प्रवेश, टेलीमैटिक्स और बहुत कुछ जैसी फीचर्स देती हैं। उन सभी को काम करने के लिए प्रसंस्करण शक्ति की आवश्यकता होती है और चाबियों में सेमीकंडक्टर का प्रयोग किया जाता है, जो इन्हें संकेत देता है।
आज से सभी किआ कार खरीदारों को EV6 को छोड़कर केवल एक ही चाबी मिलेगी। अन्य के लिए, दूसरी चाबी अक्टूबर के महीने के बाद संबंधित डीलरों को भेज दी जाएगी। दूसरी स्मार्ट चाबी डीलरों द्वारा कार के साथ जोड़ी जाएगी और ग्राहकों को सौंपी जाएगी। इस प्रक्रिया को मालिक के स्थान पर या डीलर के सर्विस स्टेशन पर नियंत्रित किया जा सकता है।