व्यापार

Petrol की टेंशन को करें बाय-बाय, अब ले आइए ऐसा स्कूटर, जो 1 रुपये में चलता है 5 किलो

Gulabi
24 March 2021 1:08 PM GMT
Petrol की टेंशन को करें बाय-बाय, अब ले आइए ऐसा स्कूटर, जो 1 रुपये में चलता है 5 किलो
x
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच लोगों का झुकाव इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर हुआ है. लोग इलेक्ट्रिक बाइक और इलेक्ट्रिक कार खरीदने के बारे में सोचने लगे हैं. हाल के महीनों में पेट्रोल या डीजल से चलने वाले वाहनों के विकल्प के तौर पर कई सारी नई तकनीक ईजाद की गई है. इसी कड़ी में दिल्ली आईआईटी ने एक किफायती स्कूटर तैयार किया है.

इस ई-स्कूटर की सबसे बड़ी खासियत है कि यह बहुत ही किफायती है. 1 रुपये के खर्च में यह 5 किलोमीटर की दूरी तय करता है. ई-वाहनों को मिलने वाली छूट इसपर भी लागू होगी. IIT Delhi के मुताबिक, यह स्कूटर डाटा मॉनिटरिंग सिस्टम, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम और पेडल असिस्ट यूनिट जैसी तकनीकों से लैस है. इसमें मौजूद आईओटी डाटा एनालिटिक्स के माध्यम से ग्राहकों को हमेशा अपने स्कूटर की जानकारी देता रहता है. ऐसी तमाम खूबियों के कारण ही यह होप भविष्य के स्मार्ट और कनेक्टेड स्कूटर की श्रेणी में आता है.
लाइसेंस की जरूरत नहीं? 25 KM/H की रफ्तार
यह स्कूटर 25 किमी घंटे की रफ्तार से चलता है. इसके लिए आपको ड्राइविंग लाइसेंस या पंजीकरण की भी जरूरत नहीं है. होप के साथ पोर्टेबल लिथियम आयन बैटरी और पोर्टेबल चार्जर आता है, इसे घर में इस्तेमाल होने वाली सामान्य बिजली और सामान्य प्लग से चार्ज कर सकते हैं. 4 घंटे में इसकी बैटरी पूरी तरह चार्ज हो जाती है.
50 KM और 75 KM की क्षमता वाले रेंज में उपलब्ध
रोजमर्रा की जरूरतों के हिसाब से लोगों के पास इसके दो अलग-अलग रेंज चुनने का विकल्प है. पहला- 50 किलोमीटर की बैटरी क्षमता वाला और दूसरा- 75 किलोमीटर की बैटरी क्षमता वाला. IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, गेलियोस मोबिलिटी उन चुनिंदा कंपनियों में से है, जिसके स्कूटर में पेडल असिस्ट सिस्टम जैसा खास फीचर दिया गया है.
ग्राहक अपनी सुविधा अनुसार पेडल या थ्रॉटल का विकल्प चुन सकते हैं. सुविधाजनक पार्किंग के लिए यह विशेष रिवर्स मोड तकनीकी से युक्त है, जिसकी सहायता से कम जगह वाले स्थान पर भी इसे पार्क किया जा सकता है और बैक में भी निकाला जा सकता है.
भीड़ और ट्रैफिक में भी जल्दी से निकल जाएगी
इस स्कूटर में एक मजबूत और कम वजन का फ्रेम बनाया गया है. स्कूटर की डिजाइन ऐसी है कि भारी ट्रैफिक में भी आसानी से निकाला जा सकता है. यह आपको जाम में फंसने से बचाएगा. बता दें कि भारत में पहले से ही कई बड़ी कंपनियां ई-स्कूटर के बाजार में मौजूद हैं. वहीं, सरकार ने भी ई-वाहन को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बनाई है.
मुख्य सड़कों पर कंपनी ही बनाएगी चार्जिंग स्टेशन
कंपनी द्वारा प्रमुख सड़कों के किनारे स्कूटर के चार्जिग और मेंटेनेंस के लिए हब स्थापित किए जाएंगे. आपात स्थिति में, सड़कों पर सहायता, बैटरी बदलने की सुविधा वगैरह जैसी जरूरी चीजें कंपनी की ओर से दी जाएगी. गेलियोस मोबिलिटी के संस्थापक और सीईओ आदित्य तिवारी का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन के दौर से हमलोग गुजर रहे हैं. ऐसे में इंडस्ट्री में खासकर ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में सतत प्रयास की जरूरत है. आने-जाने के लिए इकोसिस्टम बनाने के लिए हमने 3 साल पहले गेलियोस मोबिलिटी की शुरुआत की थी. इसी प्रयास में यह हमारा प्रमुख कदम है.


Next Story