मेडिकल : आज के समय में मेडिकल के खर्चों को देखते हुए इंश्योरेंस कराना काफी जरूरी हो गया है। हेल्थ इंश्योरेंस क्षेत्र में सरकारी और निजी कंपनियां दोनों हैं। ऐसे में लोगों के मन में इस बात को लेकर कंफ्यूजन बना रहता है कि सरकारी कंपनी या फिर किसी निजी कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस लेना चाहिए।
आज हम अपनी रिपोर्ट में सरकारी और निजी कंपनियों के हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की कुछ मापदंडों पर तुलना कर जा रहे हैं जिससे कि आप जान सकें कि आपके लिए कौन-सा लेना बेहतर रहेगा।
सरकारी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों के प्लान का प्रीमियम निजी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों की अपेक्षा कम होता है। इसके साथ सरकारी कंपनियों के हेल्थ इंश्योरेंस प्लान पर कुछ अवसरों पर डिस्कांउट भी मिल जाता है। वहीं, निजी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां अपने प्लान के प्रीमियम को बाजार के हिसाब से तय करती हैं। इन पर डिस्कांउट सरकारी की तुलना में कम होता है।