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'उभरते सितारे फंड' से फले-फूलेगा कारोबार, सरकार ने दिया छोटे कारोबारियों को बड़ा तोहफा
Bhumika Sahu
22 Aug 2021 4:42 AM GMT
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‘उभरते सितारे फंड’ एक्जिम बैंक और सिडबी द्वारा संयुक्त रूप से प्रायोजित है. ये फंड उन कंपनियों को दिया जाएगा जो एक्सपोर्ट ओरिएंटेड काम करती हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और इस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है. वित्त मंत्री (Finance Minister) निर्मला सीतारमण ने एमएसएमई को सहारा देने के लिए 'उभरते सितारे फंड' (Ubharte Sitaare Fund) को लॉन्च किया है. ये फंड उन कंपनियों को दिया जाएगा जो एक्सपोर्ट ओरिएंटेड काम करती हैं. यह फंड एक्जिम बैंक (Exim Bank) और सिडबी (SIDBI) द्वारा संयुक्त रूप से प्रायोजित है.
'उभरते सितारे फंड' के शुभारंभ को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने एमएसएमई को एक उचित पहचान दी है. जो जगह दशकों से नहीं मिली थी, वह उसे दी जा रही है और इसे और बेहतर किया जाएगा. पिछले दो वर्षों में, केंद्र ने कई अलग-अलग काम किए हैं. सरकार ने एमएसएमई की परिभाषा को बहुत ही लचीले तरीके से बदल दिया है. उन्होंने कहा, हाल ही में संसद में एक बिल पेश किया गया था, जिससे एमएसएमई सेक्टर को सीधा फायदा होगा.
क्या है 'उभरते सितारे फंड'?
Ubharte Sitaare Fund एक्सपोर्ट से जुड़ी यूनिट्स में इक्विटी या इक्विटी जैसे किसी टूल के माध्यम से निवेश करेगा.
इस फंड का साइज 250 करोड़ रुपए का होगा और जरूरत पड़ने पर इसे 500 करोड़ रुपए का बढ़ाया जाएगा. सीतारमण ने 2020 में अपने बजट भाषण में कहा था कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) अर्थव्यवस्था के पहियों को गतिमान रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं.
सीतारमण ने आगे कहा कि एमएसएमई व्यवसायियों को अपने खाते जमा करने के लिए ऑडिट नहीं करना होगा. उन्होंने कहा, सरकार को उन पर विश्वास है और वे अपने खातों को स्वयं प्रमाणित कर सकते हैं और उन्हें प्रमाणित कर सकते हैं.
विशेष उत्पादों के लिए भौगोलिक संकेत (GI) टैग के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे देश भर में फैले हुए हैं, उत्तर प्रदेश में बनारस और इसके आसपास के इलाकों में अकेले 8 जीआई हैं.
बता दें कि एक्जिम बैंक और सिडबी ने फार्मा, ऑटो कंपोनेंट्स, इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस, कृषि और सॉफ्टवेयर जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश सहित 100 से अधिक संभावित कंपनियों की एक पाइपलाइन विकसित की है.
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