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Business : बाजार में पहले ही दिन लड़खड़ाया यह शेयर, निवेशकों को जोर का झटका लगा

26 Dec 2023 1:57 AM GMT
Business : बाजार में पहले ही दिन लड़खड़ाया यह शेयर, निवेशकों को जोर का झटका लगा
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रियल एस्टेट कंस्ट्रक्शन कंपनी सूरज एस्टेट डिवेलपर्स के शेयर पहले ही दिन बाजार में लड़खड़ा गए हैं। कंपनी के शेयर 5.5 पर्सेंट के डिस्काउंट के साथ 340 रुपये पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुए हैं। वहीं, सूरज एस्टेट डिवेलपर्स (Suraj Estate Developers) के शेयर 4.5 पर्सेंट डिस्काउंट के साथ 343.80 रुपये पर बॉम्बे स्टॉक …

रियल एस्टेट कंस्ट्रक्शन कंपनी सूरज एस्टेट डिवेलपर्स के शेयर पहले ही दिन बाजार में लड़खड़ा गए हैं। कंपनी के शेयर 5.5 पर्सेंट के डिस्काउंट के साथ 340 रुपये पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुए हैं। वहीं, सूरज एस्टेट डिवेलपर्स (Suraj Estate Developers) के शेयर 4.5 पर्सेंट डिस्काउंट के साथ 343.80 रुपये पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुए हैं। कंपनी के आईपीओ का प्राइस बैंड 340 से 360 रुपये था। कंपनी के शेयर आईपीओ में 360 रुपये पर अलॉट हुए थे।

कमजोर लिस्टिंग के बाद शेयरों में थोड़ी तेजी
कमजोर लिस्टिंग के बाद सूरज एस्टेट डिवेलपर्स (Suraj Estate Developers) के शेयरों में थोड़ी रिकवरी देखने को मिली है। कंपनी के शेयर करीब 1.5 पर्सेंट की तेजी के साथ 345.50 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं। वहीं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूरज एस्टेट डिवेलपर्स के शेयर हरे निशान पर 344.50 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं। सूरज एस्टेट डिवेलपर्स के पब्लिक इश्यू का टोटल साइज 400 करोड़ रुपये का है। कंपनी का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 18 दिसंबर को खुला था और यह 20 दिसंबर 2023 तक ओपन रहा।

16 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था IPO
सूरज एस्टेट डिवेलपर्स (Suraj Estate Developers) का आईपीओ टोटल 16.57 गुना सब्सक्राइब हुआ था। कंपनी के आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर्स का कोटा 9.85 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का कोटा 20.02 गुना सब्सक्राइब हुआ। जबकि क्वॉलीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का कोटा 25.74 गुना सब्सक्राइब हुआ था। कंपनी के आईपीओ में रिटेल इनवेस्टर कम से कम 1 लॉट और अधिकतम 13 लॉट के लिए दांव लगा सकते थे। यानी, रिटेल इनवेस्टर्स को कंपनी के आईपीओ में कम से कम 14760 रुपये का इनवेस्टमेंट करना पड़ा था। आईपीओ से पहले कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 100 पर्सेंट थी, जो कि अब घटकर 74.95 पर्सेंट रह गई है।

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