Business: इस कम्पनी के IPO के पीछे पागल हो रहा स्टॉक मार्केट
बिज़नस: हाल ही में अंधाधुंध सब्सक्रिप्शन के चलते स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (SME) IPO चर्चा में हैं। इन आईपीओ को लेकर ना सिर्फ मार्केट रेगुलेटर सेबी ने बल्कि दिग्गज निवेशकों ने भी हेरफेर की आशंका जताई है। उदाहरण के लिए, रिसोर्सफुल ऑटोमोबाइल ऐसा ही एक आईपीओ है, जिसके पास महज दो शोरूम और 8 कर्मचारी है, लेकिन यह आईपीओ 418 गुना सब्सक्राइब हो गया। इस बीच एक और SME IPO की चर्चा हो रही है, जिसका नाम है- बॉस पैकिंग सॉल्यूशंस लिमिटेड। आइए जानते हैं, इस पब्लिक इश्यू की क्यों हो रही है चर्चा।
64 कर्मचारी और एक जर्जर ऑफिस
बॉस पैकिंग सॉल्यूशंस के आईपीओ में रिटेल निवेशक जमकर दांव लगा रहे हैं। इस कंपनी के पास 64 कर्मचारी और एक जर्जर ऑफिस है। (ऑफिस की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उपलब्ध है) लेकिन इस आईपीओ को 135 गुना का तगड़ा सब्सक्रिप्शन मिला है। इसके चलते एक बार फिर SME IPO में हेराफेरी की आशंका को मजबूती मिली है।यह कंपनी पैकेजिंग, लेबलिंग, कैपिंग और फिलिंग के लिए मशीनें सप्लाई करती है। इस कंपनी का इश्यू साइज 8 करोड़ रुपये से कुछ ज्यादा है। इस आईपीओ को 1073 करोड़ रुपये की बोलियां मिली हैं। बॉस पैकेजिंग के आधिकारिक आरएचपी से पता चलता है कि 2022-23 और 2023-24 में कंपनी का मुनाफा फ्लैट रहा है, ऐसे में इसकी वित्तीय स्थिति भी बहुत आकर्षक नहीं है।
82 फीसदी बढ़ गया कंपनी का कर्ज
अहमदाबाद स्थित यह कंपनी 500 वर्ग गज की एक छोटी सी जगह से अपना कामकाज करती है। कंपनी के शुद्ध ऋण में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है। आधिकारिक दस्तावेजों से पता चलता है कि इसका शुद्ध ऋण 2023 में 82 फीसदी बढ़कर 3.06 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष 1.64 करोड़ रुपये था।SME IPO से शानदार रिटर्न मिलने के बाद निवेशकों को लगने लगा है कि ‘21 दिन में पैसे डबल’ एक हकीकत है। इस साल BSE SME IPO इंडेक्स में 136 फीसदी का उछाल आया है, जिसके सामने सेंसेक्स की 14 फीसदी की बढ़त बेहद कम है। SME IPO के लिए इस जबरदस्त क्रेज की असर वजह सोशल मीडिया पर चर्चा और पेड इन्फ्लुएंसर प्रोमो है।
इस साल पांच SME IPO में 1000 गुना तक सब्सक्राइब
इस साल कम से कम पांच SME IPO में लगभग 1000 गुना तक का सब्सक्रिप्शन देखने को मिला है, जिसका मुख्य कारण रिटेल निवेशक हैं। आधे दर्जन से अधिक SME IPO में रिटेल निवेशकों का सब्सक्रिप्शन 1000 गुना से अधिक देखा गया है।SME IPO के लिए बढ़ते क्रेज को लेकर मार्केट एक्सपर्ट्स में मतभेद है। उदाहरण के लिए, दिग्गज निवेशक आशीष कचोलिया SME प्लेटफॉर्म की वकालत कर रहे हैं और सख्त रेगुलेटरी एप्रोच के खिलाफ तर्क दे रहे हैं। दूसरी ओर, अनुभवी निवेशक विजय केडिया इस सेगमेंट में संभावित हेरफेर को लेकर चिंता जता रहे हैं।
सेबी ने रिटेल निवेशकों को किया सावधान
28 अगस्त को मार्केट रेगुलेटर सेबी ने निवेशकों को SME निवेश के बारे में सावधान करते हुए एक एडवाइजरी जारी की है। छोटी कंपनियों के आईपीओ में भी भारी ओवरसब्सक्रिप्शन देखने को मिल रहा है। सेबी ने निवेशकों को गलत तरीके से कंपनी की पॉजिटिव तस्वीर पेश करने वाली कंपनियों से सावधान रहने की सलाह दी है और निवेशकों को सोशल मीडिया टिप्स या अफवाहों में न फंसने के लिए कहा है।