Business: गावं में 5000 से शुरू करें ये धांसू कमाई वाला बिज़नेस
बिज़नस: भारत में कई तरह के पत्तों का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। जैसे केले के पत्ते, साखू के पत्ते, पान के पत्ते। देश के कई हिस्सों में यह रोजगार का भी एक बहुत बड़ा साधन है। इन पत्तों की अलग-अलग जगहों पर जरूरत पड़ती है। इनमें 2 सबसे प्रमुख पत्ते हैं केले का और पान का पत्ता। इन पत्तों की मांग हमेशा हर सीजन में हर जगह बनी रहती है। पत्तों के कारोबार से अच्छी कमाई की जा सकती है। अगर केले के बारे में बात करें तो अभी तक भारत में सिर्फ केले के फलों का इस्तेमाल होता था।दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में केले के पत्तों में खाना भी परोसा जाता है। इसके अलावा पान के पत्तों की उत्तर और पूर्वी भारत में अच्छी मांग में रहती है। वहीं साखू के पत्ते का इस्तेमाल पहाड़ी इलाकों में केले के पत्ते की तरह किया जाता है। आइये आपको बतातें इन पत्तों का बिजनेस कैसे शुरू करें?
केले का पत्ता: केले का पत्तों का पूजा में भी इस्तेमाल होता है। इसके जरिए पैसे भी कमाए जा सकते हैं। केले के पत्तों से प्लेट्स बनाई जाती है। दक्षिण भारत में तो लोग इसमें खाना भी खाते हैं। ऐसे में इसकी मांग में इजाफा बना रहता है। इसलिए वहां, इसकी मांग नहीं घटती है। आप केले के पत्ते को दक्षिण भारत में बेचकर बंपर कमाई कर सकते हैं। इससे एक वर्ग को रोजगार भी मिला हुआ है। यहां एक फायदा यह भी है कि पत्ते की खेती में आपकी कोई लागत नहीं है। लागत का पैसा केले की बिक्री से निकल आएगा। इसलिए यहां आपको डबल मुनाफा होगा।
साखू का पत्ता: साखू का पेड़ आमतौर पर पहाड़ी इलाकों में पाया जाता है। लेकिन यह उत्तर भारत के लगभग सभी जंगलों में पाया जाता है। यह काफी लंबा होता है और इसके पत्ते चौड़े होते हैं। इसकी लकड़ी भी काफी महंगी बिकती है। इसके पत्ते से लेकर जड़ तक काफी महंगे बिकते हैं। साखू के पत्ते को तोड़कर शादी में भी इस्तेमाल होता है। इसके साथ ही खाना खाने और कई तरह के सामान बनाने में भी इस्तेमाल होता है। साखू के पत्तों से भी मोटी कमाई की जा सकती है।
पान का पत्ता: पान को अमूमन सभी लोग जानते हैं और इसका प्रयोग भी करते हैं। इसको लोग खूब खाते भी हैं। चाहे वह उत्तर हो या दक्षिण सभी जगह इस पत्ते के दीवाने हैं। पूजा के सभी कामों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके बिना पूजा पूरी नहीं हो सकती है। इसकी खेती कई राज्यों में होती है। पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार सब्सिडी भी मुहैया कराती है।