बिज़नस: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने एसएमई की सुविधा के लिए एक नई मुहिम की शुरुआत की है. इसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एमएसमई सहज नाम दिया है. इस मुहिम के तहत छोटे उद्यमों को एसबीआई से सिर्फ 15 मिनट में लोन मिलेगा.
इस कारण की गई शुरुआत: भारतीय स्टेट बैंक ने इस सुविधा के बारे में बताया है कि इसकी पेशकश लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) की वित्तीय जरूरतों को ध्यान में रखकर की गई है. यह एक वेब-बेस्ड सॉल्यूशन है, जिसका उद्देश्य एमएसएमई की वित्तपोषण की जरूरतों को तेजी व सहजता के साथ पूरा करना है. एसबीआई की इस मुहिम के तहत छोटे उद्यमी आसानी से अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा कर पाएंगे.
सिर्फ 15 मिनट में 1 लाख तक के लोन: एसबीआई की इस सुविधा का लाभ वैसे उपक्रम उठा सकेंगे, जो जीएसटी के तहत पंजीकृत होंगे. उन्हें एमएसएमई सहज सुविधा के तहत जीएसटी रजिस्टर्ड इनवॉयस के अगेंस्ट सिर्फ 15 मिनट में 1 लाख रुपये तक के लोन मिलेंगे. इसकी प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होगी. इसमें उन एमएसएमई को भी वित्तीय सहायता मिल पाएगी, जिन्होंने पहले से एसबीआई से कभी लोन नहीं लिया है.
इन ग्राहकों को ऐप से मिलेगी सुविधा: एमएसएमई सहज सुविधा का लाभ उठाने के लिए सोल प्रोपरायटर होना और संतोषजनक करेंट अकाउंट होना पर्याप्त है. वहीं जो लोग पहले से एसबीआई एमएसएमई के ग्राहक हैं, वे योनो एसबीआई मोबाइल ऐप के जरिए एमएसएमई सहज का लाभ उठा सकते हैं. एसबीआई की एमएसएमई सहज सुविधा के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता शॉर्ट टर्म लोन के रूप में होगी.
एसबीआई को इन 3 लाभ की उम्मीद: एसबीआई को एमएसएमई सहज से तीन लाभ होने की उम्मीद है.
पहला फायदा: एमएसएमई को कम समय में पूंजी उपलब्ध होगी. उन्हें एमएसएमई सहज सुविधा में सिर्फ 15 मिनट में लोन मिल जाएगा. इससे वे तात्कालिक जरूरतों को आसानी से पूरा कर पाएंगे.
दूसरा फायदा: इस सुविधा से वैसे ग्राहकों को जोड़ने में मदद मिलेगी, जिन तक एसबीआई की पहुंच नहीं हो पाई थी.
तीसरा फायदा: इस सुविधा से एसबीआई को डिजिटल बैंकिंग को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.