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Business News: एक के बाद एक 17 स्‍टार्टअप फ्लॉप, बना डाली कड़ोरों की कंपनी

Ritik Patel
21 Jun 2024 2:10 PM GMT
Business News: एक के बाद एक 17 स्‍टार्टअप फ्लॉप,  बना डाली कड़ोरों  की कंपनी
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Business News: एक के बाद एक 17 स्‍टार्टअप फ्लॉप, बना डाली कड़ोरों की कंपनी, आईआईटी कानपुर के छात्र रहे अंकुश सचदेवा ने 40,000 करोड़ रुपये के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शेयरचैट को लॉन्च करने से पहले 17 स्टार्टअप के साथ ShareChat छोटे शहरों के लोगों को 15 भाषाओं में जोड़ता है। इसकी स्थापना अंकुश ने अपने दोस्तों फरीद अहसान और भानु सिंह के साथ मिलकर 2015 में की थी। आईआईटी-कानपुर के छात्र रहे अंकुश सचदेवा की कहानी लाखों-लाख लोगों को प्रेरित करती है। उन्‍होंने 17 बार स्टार्टअप शुरू करने की कोशिश की। लेकिन, हर बार नाकाम साबित हुए। हार न मानते हुए उन्होंने 18वीं बार फिर से कोशिश की और शेयरचैट नाम की कंपनी बनाई। यह आज कई हजार करोड़ रुपये की बन चुकी है। शेयरचैट एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जो छोटे शहरों और कस्बों के लोगों को जोड़ने का काम करता है।

आईआईटी ग्रेजुएट्स अपनी दूरदृष्टि, कड़ी मेहनत और अलग सोच के लिए जाने जाते हैं। अक्सर उन्हें बड़ी कंपनियां ऊंचे वेतन पर नौकरी पर रखती हैं। आज दुनिया की कई बड़ी टेक कंपनियों का नेतृत्व आईआईटी ग्रेजुएट्स ही कर रहे हैं। हालांकि, ज्‍यादातर आईआईटीयन अच्छी सैलरी वाली नौकरियां पसंद करते हैं। लेकिन, कुछ लोग अपना खुद का बिजनेस शुरू करते हैं। ऐसे ही एक आईआईटी ग्रेजुएट का नाम अंकुश सचदेवा है। उनका सपना अपना बिजनेस शुरू करने का था। अंकुश सचदेवा ने आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने अपनी पहली कंपनी शुरू की। लेकिन, सफलता नहीं मिली। हार न मानते हुए उन्होंने एक और कंपनी शुरू की। हालांकि, वह भी असफल रही। इस तरह उन्होंने कुल 17 स्टार्टअप शुरू किए लेकिन सभी के साथ नाकामी का स्‍वाद चखना पड़ा।
18वीं बार किस्मत ने अंकुश का साथ दिया। उन्होंने शेयरचैट की शुरुआत की। शेयरचैट एक ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जो खासतौर पर भारतीय लोगों के लिए बनाया गया है। यह प्लेटफॉर्म 15 भाषाओं में उपलब्‍ध है। इनमें हिंदी, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, तेलुगु, तमिल, बांग्ला, उड़िया, कन्नड़, असमिया, हरियाणवी, राजस्थानी, भोजपुरी और अंग्रेजी शामिल हैं। अंकुश सचदेवा ने महसूस किया कि भारत के छोटे शहरों और कस्बों के लोगों को जोड़ने के लिए एक ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की जरूरत है जो उनकी भाषा में हो। यही वजह है कि शेयरचैट को इतनी ज्‍यादा सफलता मिली। अंकुश सचदेवा ने अपनी स्कूली शिक्षा सोमरविले स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी कानपुर से
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में बीटेक किया। 2015 में Graduation करने से पहले उन्होंने मई से जुलाई 2014 तक माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप भी की। 17 बार स्टार्टअप शुरू करने में असफल होने के बाद अंकुश ने अपने दो आईआईटीयन दोस्तों फरीद अहसान और भानु सिंह के साथ मिलकर शेयरचैट ऐप लॉन्च किया। यह ऐप अक्टूबर 2015 में लॉन्च हुआ था। जून 2022 तक शेयरचैट की वैल्‍यू लगभग 5 अरब डॉलर यानी 40,000 करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा हो चुकी थी।

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