बिज़नस: गौतम अडानी के बेटे करन अडानी ने 20 हजार करोड़ रुपए का प्लान बना लिया है. अडानी पोर्ट एंड एसईजेड कंपनी संभालने वाले करन अडानी ये पैसा केरल स्थित विझिंजम इंटरनेशनल पोर्ट पर खर्च करेंगे. अनंत अंबानी की शादी में जाने से पहले अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर करन अडानी ने खुद इस बात की जानकारी दी है. विझिंजम में रुकने वाले पहले बड़े जहाज ‘सैन फर्नांडो’ के आधिकारिक स्वागत समारोह के बाद करन अडानी ने कहा कि यह पोर्ट भारतीय मैन्युफैक्चर्स के लिए एक बड़ा बदलाव लाएगा. उन्होंने कहा कि इससे उनकी लॉजिस्टिक कॉस्ट में 30 से 40 फीसदी तक की कमी आएगी. एपीएसईजेड ने पीपीपी मॉडल के तहत लगभग 8,867 करोड़ रुपए की लागत से पोर्ट को डेवलप किया है.
खर्च करेंगे 20 हजार करोड़ रुपए: करन अडानी ने कहा कि हम अपने बही-खाते से 20,000 करोड़ रुपए और निवेश करने जा रहे हैं और हम बाकी चरणों को एक बार में पूरा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी वास्तव में बाजार हिस्सेदारी पर ध्यान नहीं दे रही है, बल्कि मैन्युफैक्चर्स के लिए लॉजिस्टिक कॉस्ट को कम करने पर जोर दे रही है. अडानी ने कहा कि पोर्ट प्रोजेक्ट को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन आम लोगों, सरकार और राजनीतिक दलों के समर्थन ने इसके पहले चरण को पूरा करने में मदद की. अडानी ने कहा कि जब हमने अपनी बात रखी, तो स्थानीय लोगों ने हमारा सपोर्ट किया. अन्य सभी राजनीतिक दलों ने भी हमें अपना समर्थन दिया. कोई भी परियोजना आसान नहीं होती है, न सिर्फ केरल में बल्कि देश के किसी भी हिस्से में ऐसा होता है. लेकिन अब हर कोई इस मिशन में हमारा समर्थन कर रहा है.
कई मुश्किलों का करना पड़ा सामना: उन्होंने कहा कि शुरुआत में उन्हें ब्रेकवाटर बनाने के लिए जरूरी मात्रा में पत्थर हासिल करने में समस्या का सामना करना पड़ा. अडानी ने कहा कि अब हमारे पास अपने बाकी चरणों को पूरा करने के लिए पर्याप्त पत्थर हैं, और ब्रेकवाटर लगभग पूरा हो गया है. उन्होंने कहा कि विझिंजम बंदरगाह अपनी विशेष स्थिति के चलते देश के पहले अंतर-नौवहन बंदरगाह के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इससे पहले दिन में केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय सर्बानंद सोनोवाल की उपस्थिति में यहां बंदरगाह पर आयोजित एक समारोह में 300 मीटर लंबे ‘सैन फर्नांडो’ का औपचारिक स्वागत किया.