Business: ज़बरदस्त कमाई कराने वाला है सुपारी के पेड़ का बिज़नेस
बिज़नस: अगर आप लीक से हटकर कोई नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक बेहतर बिजनेस आइडिया दे रहे हैं। ये एक ऐसा बिजनेस है. जिसमें प्रतिस्पर्धा बहुत कम है. हम बात कर रहे हैं सुपारी की खेती की. सुपारी का उत्पादन पूरे विश्व में भारत में होता है। आंकड़ों के मुताबिक दुनिया का 50 फीसदी सुपारी उत्पादन भारत में होता है. इसका उपयोग पान गुटखा से लेकर धार्मिक कार्यों तक में किया जाता है। सुपारी की खेती किसी भी मिट्टी में की जा सकती है. हालाँकि इसके लिए दोमट चिकनी मिट्टी बेहतर मानी जाती है।इसके पेड़ नारियल की तरह 50-60 फुट ऊंचे होते हैं। यह 7-8 साल में फल देने लगता है. अगर आप तुरंत इसकी खेती शुरू कर दें तो कई दशकों तक मोटी कमाई करते रहेंगे. जिस खेत में सुपारी का पौधा लगा हो उस खेत में जल निकासी की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए. संभव है कि कुछ जगहों पर जलभराव हो जाए.
सुपारी की खेती कैसे करें?
सुपारी के पौधों की खेती बीज यानी नर्सरी तकनीक से पौधे तैयार करके की जाती है। इसके लिए सबसे पहले क्यारियों में बीज तैयार किये जाते हैं. जब ये बीज पौधे के रूप में तैयार हो जाते हैं तो इन्हें खेतों में रोप दिया जाता है. जहां भी ये पौधे लगाए जाएं वहां जल का प्रवाह बेहतर होना चाहिए। ताकि पौधों के पास पानी जमा न हो. पानी के बेहतर प्रवाह के लिए छोटी-छोटी नालियाँ भी बनाई जा सकती हैं। सुपारी की खेती जुलाई में करना बेहतर होता है. यदि आप उर्वरक के लिए गाय के गोबर या कम्पोस्ट का उपयोग करें तो अच्छा रहेगा।
सुपारी की खेती से कितनी होगी आमदनी?
सुपारी के पेड़ के फलों को तभी तोड़ना चाहिए जब उनमें से तीन-चौथाई पक जाएं। बाजार में सुपारी अच्छे दामों पर बिकती है। इसकी कीमत करीब 400 से 700 रुपये प्रति किलो होगी और यह आसानी से बिक जाएगा. ऐसे में अगर एक एकड़ में सुपारी की खेती की जाए तो बंपर मुनाफा कमाया जा सकता है. पेड़ों की संख्या के आधार पर मुनाफा करोड़ों रुपये तक पहुंच सकता है. ये पेड़ करीब 70 साल तक मुनाफा देते हैं।