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Business: आईआईटी रुड़की व कॉनकोर अनुसंधान के बीच समझौता

Admindelhi1
19 Aug 2024 6:21 AM GMT
Business: आईआईटी रुड़की व कॉनकोर अनुसंधान के बीच समझौता
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लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को करेंगे मजबूत

बिज़नेस: लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की और कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (कॉनकॉर) ने शनिवार को कहा कि उन्होंने अनुसंधान को बढ़ाने के लिए एक समझौता क‍िया है।

सहयोग का उद्देश्य रेलवे नेटवर्क में कंटेनर कृत माल ढुलाई की दक्षता बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक अनुकूलन मॉडल विकसित करते हुए अनुसंधान, नवाचार और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देना है। इसके अलावा, विशेष रूप से पश्चिमी समर्पित फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) पर ध्यान केंद्रित करना है।

आईआईटी रुड़की डबल-स्टैक ट्रेनों पर बीस-फुट समतुल्य इकाइयों (टीईयू) की लोडिंग को अनुकूलित करने के लिए गहन परिचालन अनुसंधान अध्ययन करने के लिए अपनी अकादमिक और अनुसंधान क्षमता को लागू करेगा। इससे अंततः कंटेनर रेल ढुलाई लागत में कमी आएगी और अंतर-टर्मिनल की आवाजाही में सुधार होगा।

प्रोफेसर कमल किशोर पंत ने कहा, "कई अनुसंधान पहलों और रणनीतिक साझेदारियों के माध्यम से, हमारा लक्ष्य पूरे भारत में लॉजिस्टिक्स बुनियादी ढांचे को अनुकूलित करना, लागत कम करना, दक्षता बढ़ाना और भारत को दुनि‍या में एक अग्रणी देश बनाना है।"

इस सहयोग में कॉनकॉर के नेटवर्क में कंटेनर ट्रेनों की कुशल आवाजाही के लिए एक प्रणाली विकसित करना भी शामिल होगा।

कॉनकॉर के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजय स्वरूप ने कहा, "हम इस साझेदारी के प्रभावशाली परिणामों की आशा करते हैं, इससे न केवल हमारे परिचालन को लाभ होगा, बल्कि भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र की उन्नति में भी योगदान मिलेगा।"

आईआईटी रूड़की ने कहा कि यह समझौता पांच साल के लिए प्रभावी रहेगा।

सरकार भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। औद्योगिक और गोदाम रसद आपूर्ति वित्त वर्ष 2025 में 13-14 प्रतिशत बढ़कर लगभग 424 मिलियन वर्ग फीट होने का अनुमान है। भारत के आठ प्रमुख शहरों में वेयरहाउसिंग स्पेस में वृद्धि ई-कॉमर्स, विनिर्माण और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों की मजबूत मांग से बढ़ी है।

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