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बजट घोषणाओं का बाजार पर होगा सीधा असर शेयर बाजार के निवेशक जानें जरूर

Teja
31 Jan 2022 6:40 AM GMT
बजट घोषणाओं का बाजार पर होगा सीधा असर शेयर बाजार के निवेशक जानें जरूर
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बजट के दिन सरकार फिस्कल डेफिसिट को लेकर क्या लक्ष्य रखती है,

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट (Budget 2022) पेश करने जा रही हैं. उससे पहले आज सदन में इकोनॉमिक सर्वे रिपोर्ट (Economic Survey 2022) पेश किया जाएगा. बजट से पहले शेयर बाजार में भारी हलचल है. विदेशी निवेशक (Foreign Investors) बाजार से पैसा निकाल रहे हैं, जबकि घरेलू निवेशक (Domestic Investors) बड़े पैमाने पर खरीदारी कर रहे हैं. खासकर फेडरल रिजर्व की कमेंटरी के बाद से फॉरन इन्वेस्टर्स भारतीय शेयर बाजार के प्रति नकारात्मक हो गए हैं. ऐसे में मंगलवार को बाजार में क्या एक्शन रह सकता है और ट्रेडर्स को किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए उसके बारे में जानते हैं. जानकारों का कहना है कि सरकार कोरोना प्रभावित आम नागरिकों के लिए कुछ बड़ी घोषणा करने के मूड में नहीं है. ऐसे में कैपिटल एक्सपेंडिचर को लेकर क्या ऐलान किया जाता है, उस पर सबकी निगाहें हैं.

ट्रेडर्स के लिए टिप्स की बात करें तो मॉर्गन स्टैनली का कहना है कि सरकार को अपनी इनकम और खर्च को बैलेंस बनाकर चलना चाहिए और इस बजट में इसका विशेष खयाल रखा जाएगा. ऐक्सिस सिक्यॉरिजी का मानना है कि बजट 2022-23 ग्रोथ पर फोकस रहेगा. सरकार इस बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर पर जोर देगी. इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए बड़े पैमाने पर खर्च किए जाएंगे.
आर्थिक समानता को दूर करने की कोशिश होनी चाहिए
ब्रोकरेज फर्म शेयरखान का कहना है कि आर्थिक समानता का मामला प्रमुखता से उठाया जा रहा है. ऐसे में सरकार इस बजट में इंसेंटिव और नीतिगत उपाय की घोषणा कर सकती है. सरकार इन उपायों की मदद से रूरल डिमांड में तेजी लाने की कोशिश करेगी. रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने भी कहा कि सरकार को आर्थिक असमानता को कम करने पर फोकस करना चाहिए.
फिस्कल डेफिसिट के टार्गेट पर होगी नजर
बजट के दिन सरकार फिस्कल डेफिसिट को लेकर क्या लक्ष्य रखती है, उस पर बाजार की नजर रहेगी. अगर टैक्स कलेक्शन बढ़ेगा तो फिस्किल डेफिसिट का टार्गेट कम रखा जाएगा. इससे सेंटिमेंट पर सकारात्मक असर होगा. वित्त वर्ष 2021-22 के लिए फिस्कल डेफिसिट का टार्गेट 6.8 फीसदी रखा गया है. आर्थिक जानकारों का मानना है कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए डेफिसिट का लक्ष्य 6 फीसदी के करीब होगा.
6.5 लाख करोड़ का हो सकता है कैपिटल एक्सपेंडिचर
ऐनालिस्ट्स की निगाहें कैपिटल एक्सपेंडिचर पर हैं. माना जा रहा है कि कैपिटल एक्सपेंडिचर में इस साल 20 फीसदी तक का उछाल आएगा. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए यह लक्ष्य 6.5 लाख करोड़ रुपए का हो सकता है. कॉर्पोरेट क्रेडिट ग्रोथ का आंकड़ा उत्साही नहीं है. इससे पता चलता है कि इंडिया इंक खर्च करने से कतरा रही है. यही वजह है कि सरकार को कैपिटल एक्सपेंडिंचर पर फोकस करना होगा.


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