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मोबाइल नेटवर्क के सिग्नल (Mobile Network Signal) हमेशा से ही एक समस्या रही है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नई दिल्ली: मोबाइल नेटवर्क के सिग्नल (Mobile Network Signal) हमेशा से ही एक समस्या रही है. कॉल ड्रॉप (Call Drop) होना कोई नई बात नहीं है. लेकिन अब आपको इस समस्या से निजात मिलने वाली है. सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने एक नई सेवा शुरू की है. अब आपको घने जंगलों से लेकर दूर समुद्र तक में मोबाइल नेटवर्क सिग्नल मिलेंगे. आइए बताते हैं इस नई सेवा के बारे में...
इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) उपकरण सेवा शुरू
बीएसएनएल (BSNL) ने सेटेलाइट आधारित इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) उपकरण सेवा की गुरुवार को शुरुआत की है. कंपनी की इस सेवा का उपयोग देश की समुद्री सीमा (maritime boundary) के भीतर कहीं भी उन स्थानों पर किया जा सकता है जहां मोबाइल टावर (mobile towers) नहीं है वहीं भी. ऐसे में कंपनी की सर्विस पहले की तुलना में काफी बेहतर हो जाएगी.
अमेरिकन कंपनी के साथ किया करार
BSNL की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि ये दुनिया का पहला उपग्रह आधारित आईओटी नेटवर्क (satellite-based IoT network) है. इस सेवा को अमेरिका की स्काइलो (America Skylo) के साथ साझेदारी में शुरू किया गया है. स्काइलो ने भारत (India) में इस्तेमाल के लिए इन उपकरणों को तैयार किया है.
प्रत्येक इकाई की कीमत 10,000 रुपये है New instrument costs Rs 10,000
बीएसएनएल के चेयरमैन (BSNL Chairman) और प्रबंध निदेशक पी. के. पुरवार (P.K. Purwar) ने कहा कि स्काइलो के उपकरणों को सिर्फ यह सरकारी कंपनी (government company) ही उपलब्ध कराएगी. इसकी प्रत्येक इकाई की कीमत 10,000 रुपये है. इस चौकोर आकार के उपकरण को ग्राहक देशभर में कहीं भी ले जा सकते हैं और अपने स्मार्टफोन (smartphones) से कनेक्ट करके कम्यूनिकेशन कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि स्काइलो 2021 में कोविड-19 के टीके (Covid-19 vaccine) के प्रभावी वितरण के लिए लॉजिस्टिक क्षेत्र (logistics sector) को अहम आंकड़े उपलब्ध कराने में भी मदद करेगी.
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