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मॉर्गेन स्टेनली ने कच्चे तेल में आगे और बढ़त का अनुमान दिया है और साल 2022 में ब्रेंट क्रूड के 90 डॉलर प्रति बैरल को पार करने की बात कही है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कच्चे तेल की कीमतों (Crude Price) में बढ़त का सिलसिला साल 2022 में भी जारी है. दुनिया भर में सप्लाई Crude supply) में अलग अलग वजहों से असर पड़ने की आशंका के बीच कीमतों में बढ़त देखने को मिल रही है. इस हफ्ते ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) में 5 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है. बढ़त के साथ ब्रेंट वापस 82 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ गया है.
हफ्ते में कैसी रही कच्चे तेल की चाल
हफ्ते के दौरान ब्रेंट क्रूड की कीमतें 77.78 के स्तर से बढ़कर 81.75 के स्तर पर पहुंच गयी हैं. यानि हफ्ते के दौरान ब्रेंट करीब 4 डॉलर प्रति बैरल महंगा हो गया है. जो कि पिछले हफ्ते के मुकाबले 5.1 प्रतिशत की बढ़त है. एक महीने पहले कीमतें 75.8 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर थीं. इससे पहले 26 अक्टूबर को ब्रेंट 86.4 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर था जो कि ब्रेंट का एक साल का सबसे ऊंचा स्तर है.अक्टूबर से अब तक कच्चे तेल में काफी उतार-चढ़ाव रहा है. ओमीक्रॉन को लेकर आशंकायें सामने आने के बाद दिसंबर की शुरुआत में कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे पहुंच गयी थीं.
क्यों आई इस हफ्ते तेल कीमतों में बढ़त
इस हफ्ते तेल की कीमतों में बढ़त सप्लाई पर असर पड़ने की आशंका को देखते हुए देखने को मिली हैं. रॉयटर्स के द्वारा गुरुवार को दी गयी जानकारी के मुताबिक कजाकिस्तान में जारी अशांति से तेल सप्लाई पर असर पड़ने की आशंका बन गई है. कजाकिस्तान तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक प्लस का सदस्य है. वहीं इस हफ्ते लीबिया में तेल उत्पादन में करीब 7 लाख बैरल प्रति दिन तक नीचे गिरा है. इन कारणों से बाजार में आशंका बन गई है कि तेल की सप्लाई पर असर पड़ सकता है इसलिये फ्यूचर मार्केट में कीमतों में तेजी देखने को मिली है.
ओपेक प्लस बढ़ायेगा तेल उत्पादन
सऊदी अरब और गैर-ओपेक सदस्य रूस के नेतृत्व में 23-सदस्यीय ओपेक प्लस गठबंधन ने हाल ही में ऐलान किया कि वह फरवरी में प्रति दिन 400,000 बैरल अधिक उत्पादन करेगा उन्होने कहा कि उत्पादन में बढ़ोतरी का ऐलान महमारी के दौरान की गयी तेज कटौती को धीरे धीरे बहाल करने की योजना के अनुरूप ही है. विशेषज्ञों के मुताबिक तेजी से फैलने वाले ओमीक्रॉन की खबर आने के बाद नवंबर के अंत में कच्चे तेल में तेज गिरावट देखने को मिली थी, हालांकि अब कीमतों में सुधार देखने को मिल रहा. जिसके बाद अब देशों ने तेल उत्पादन बढ़ाने का फैसला लिया है.
इस साल जारी रहेगी कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त
बाजार के जानकार कीमतों के और ऊपर पहुंचने की आशंका जता रहे हैं. मॉर्गेन स्टेनली ने अनुमान दिया है कच्चे तेल में आगे बढ़त का अनुमान है और साल 2022 में ब्रेंट क्रूड 90 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर लेगा, मार्गेन स्टेनली के मुताबिक कच्चे तेल की मांग में लगातार बढ़त देखते को मिल रही है. लेकिन उत्पादन मांग के मुताबिक बढ़ेगा इसके संकेत नहीं है ऐसे में पूरी संभावना है कि कच्चे तेल में आगे भी बढ़त बनी रहेगी.
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