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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किसी भी नई मां के लिए ब्रेस्टफीडिंग एक मुश्किल काम होती है क्योंकि इससे जुड़ीं किताबे पढ़ना और इस बदलाव को जीना दोनों अलग बातें हैं। प्रेग्नेंसी के बाद महिला की बॉडी में कई बदलाव होते हैं। ऐसे में जब वे इस नए बदलावों के साथ एडजेस्ट कर पाती है, तब तक डिलीवरी का समय करीब आ जाता है। ऐसे में डिलीवरी के बाद भी बदलावों का दौर शुरू रहता है। इन बदलावों में से एक ब्रेस्टफीडिंग भी है। हर महिला को इस इससे जुड़ीं बातों की जानकारी होनी चाहिए। आइए, जानते हैं खास बातें-
बच्चे का जन्म होते ही नहीं आता दूध
कई महिलाओं को यह गलतफहमी होती है कि बच्चे के जन्म लेते ही आप ब्रेस्टफीडिंग कराने के लिए तैयार होते हैं। हर महिला की बॉडी और हेल्थ कंडीशन अलग है। ऐसे में कभी-कभी 2-3 घंटे बाद आप ब्रेस्टफीडिंग के लिए तैयार होते हैं। जिन महिलाओं की सिजेरियन सर्जरी होती है, उन्हें थोड़ा और वक्त लग सकता है। ये सारी सिचुएशन नॉर्मल है। आपको डॉक्टर से राय जरूर लेनी चाहिए।
स्तनपान आपकी फिटनेस के लिए भी जरूरी है
आपने हर जगह पढ़ा होगा कि बच्चों के लिए मां का दूध कितना जरूरी है। इसी तरह ब्रेस्टफीडिंग कराना मां के लिए भी उतना ही जरूरी है क्योंकि इससे आपकी बॉडी रिलेक्स होती है और कई हेल्थ प्रॉब्लम्स भी आपसे दूर रहती हैं। आपके आस-पास के लोगों ने सही तरीके से स्तनपान कराने की तकनीक का सुझाव दिया हो, लेकिन जब आप अपने बच्चे को दूध पिलाना शुरू करें, तो देखें कि बच्चा कैसे कम्फर्टेबल फील कर रहा है। बच्चे को अगर दूध पीने में दिक्कत हो रही है, तो आप आप डॉक्टर से राय ले सकते हैं। केवल लोगों के सुझावों पर निर्भर रहने के बजाय कई किताबें भी पढ़ी जा सकती हैं।
हेल्दी डाइट
शिशुओं को पहले छह महीनों के लिए खासतौर से स्तनपान कराया जाता है। मां का दूध उन्हें सभी पोषक तत्व प्रदान करता है और इम्यूनिटी के लिए भी मददगार है। इसके लिए आपको अच्छा खाना चाहिए और हाइड्रेटेड रहना चाहिए। आप जो कुछ भी खाएंगे वह आपके बच्चे को आपके दूध के रूप में मिलेगा। यदि आपके आहार में पोषक तत्वों की मात्रा कम है और आप अच्छी तरह से हाइड्रेटेड नहीं हैं, तो आपकी सेहत को नुकसान होने के साथ बच्चे के लिए भी यह खतरनाक है।
बच्चे को सही से पकड़ें
आराम से ब्रेस्टफीडिंग कराने के लिए अपने बच्चे को सही तरीके से पकड़ना सीखना जरूरी है। आप क्रैडल होल्ड, क्रॉसओवर होल्ड, फ़ुटबॉल होल्ड और साइड-लेट जैसी पॉजिशन को फॉलो कर सकती हैं। आप अगर सही तरीके से पॉजिशन रखते हैं, तो इससे बच्चे को भी कोई प्रॉब्लम नहीं होगी और आपको ब्रेस्टफीडिंग कराते हुए ज्यादा दर्द नहीं होगा।
रिलेक्स होकर कराएं ब्रेस्टफीडिंग
यदि आपको स्तनपान कराने में परेशानी हो रही है, तो आप पॉजिशन चेंज करके देखें। आपको सबसे पहले रिलेक्स होने की जरूरत है। आप आराम करने के लिए अपना म्यूजिक सुनें। यह आपके बच्चे को बेहतर तरीके से दूध पिलाने में मदद करेगा और दूध के फ्लो को भी बेहतर करेगा।
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