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भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने राइट्स इश्यू के जरिए 18000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बनाई है. कंपनी को अपने बोर्ड से इस प्रस्ताव पर मंजूरी मिल गई है. BPCL वही कंपनी है जिसे मोदी सरकार निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही थी. फिलहाल के लिए सरकार ने इस योजना पर काम रोक दिया है. 28 जून यानी बुधवार को BPCL के बोर्ड की बैठक हुई जिसमें राइट्स इश्यू सहित कई माध्यमों से धन जुटाने के प्रस्ताव पर विचार किया गया. कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने राइट्स इश्यू वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
ये है राइट्स इश्यू का मतलब
अब जानते हैं कि आखिर BPCL जिस राइट्स इश्यू के जरिए जन जुटाने की योजना बना रही है, वो आखिर होता क्या है? ये एक प्रक्रिया है जिसे शेयर बाजार में पहले से लिस्टेड कंपनियां धन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए अमल में लाती हैं. इसके तहत कंपनियां केवल अपने मौजूदा शेयरधारकों को ही अतिरिक्त शेयर खरीदने का मौका देती हैं. शेयरधारक कंपनी की ओर से निर्धारित अवधि में डिस्काउंट पर राइट्स इश्यू के तहत शेयर खरीद सकते हैं. इस प्रक्रिया से प्राप्त धन का इस्तेमाल कंपनियां अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए करती हैं.
किसे मिलता है इसका फायदा?
राइट्स इश्यू के तहत एक निश्चित अनुपात में ही शेयर खरीदे जा सकते हैं और यह अनुपात कंपनी तय करती है. उदाहरण के तौर पर एक कंपनी ने राइट्स इश्यू के लिए 1:3 का अनुपात तय किया है. इसका मतलब है कि शेयरधारक अपने पास पहले से मौजूद 3 शेयर पर एक अतिरिक्त शेयर खरीद सकता है. राइट्स इश्यू कंपनी और शेयरधारक दोनों के लिए फायदे का सौदा होते हैं. कंपनी को जहां अतिरिक्त पैसा मिलता है. उसका इक्विटी बेस बढ़ता है और स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के शेयरों की लिक्विडिटी बढ़ जाती है. वहीं, शेयरधारकों को वर्तमान कीमत से कम में कंपनी के शेयर मिल जाते हैं. दरअसल, राइट्स इश्यू के जरिए शेयर खरीदने पर कंपनियां अपने शेयरधारकों को डिस्काउंट देती हैं. इससे शेयरधारक के पास कम कीमत में अतिरिक्त शेयर खरीदने का मौका रहता है.
सुधर रही कंपनी की सेहत
BPCL की आर्थिक स्थिति की बात करें, तो इसमें मजबूती आ रही है. कंपनी का नेट प्रॉफिट FY23 की मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 159 फीसदी बढ़कर 6,477.7 करोड़ रुपए हो गया था. फ्यूल मार्केटिंग मार्जिन में रिकवरी के चलते कंपनी का प्रदर्शन पहले से बेहतर हुआ है. वहीं, परिचालन से BPCL का राजस्व मार्च तिमाही में 1.18 लाख करोड़ रहा. कंपनी के शेयर की बात करें, तो बुधवार को ये 2% की तेजी के साथ 365.85 रुपए पर बंद हुआ था. इसका 52 वीक का हाई लेवल 380.45 रुपए है.
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