
कर्नाटक : कर्नाटक विधानसभा चुनावों का आगाज हो चुका है। कर्नाटक में भाजपा संसदीय चुनाव में राज्य की 28 लोकसभा सीटों में से 25 सीटों पर जीत का कारनामा दोहराने को लेकर उत्साहित है। वहीं कांग्रेस भाजपा को हराने के लिए मजबूत रणनीतियां तैयार कर रही है। दूसरी ओर जद (एस) और आम आदमी पार्टी (आप) भी लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की इच्छुक हैं।
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि राज्य में बीजेपी की जीत का आधा काम हो गया है क्योंकि हिजाब संकट और हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्याओं की श्रृंखला के दौरान भगवा पार्टी युवाओं और नए मतदाताओं तक बड़े पैमाने पर अपनी पहुंच बनाने में सफल रही है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विधानसभा चुनाव के संदर्भ में कहा कि भाजपा के बूथ स्तर के पार्टी कार्यकर्ता राज्य के हर मतदाता के दरवाजे पर दो बार पहुंच चुके हैं।
निर्दलीय उम्मीदवारों में से एक मांड्या से सांसद सुमलता अंबरीश अब भाजपा में शामिल हो गई हैं। येदियुरप्पा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान और प्रतिष्ठा से पार्टी को चुनाव में मदद मिलेगी।
अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि येदियुरप्पा को सबसे आगे लाकर और आक्रामक तरीके से कर्नाटक में प्रचार करके, केंद्रीय नेतृत्व न केवल विधानसभा चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, बल्कि संसदीय चुनावों पर भी उनकी निगाहें टिकी हुई हैं।
