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बिटक्वॉइन की कीमतों में गिरावट, Ethereum, Binance Coin भी खिसकीं नीचे, जाने

Bhumika Sahu
2 Dec 2021 4:44 AM GMT
बिटक्वॉइन की कीमतों में गिरावट, Ethereum, Binance Coin भी खिसकीं नीचे, जाने
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ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले 24 घंटों में 0.63 फीसदी की गिरावट के साथ 2.63 डॉलर पर पहुंच गया. मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन मौजूदा समय में 57,157.85 डॉलर पर ट्रेड कर रही है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले 24 घंटों में 0.63 फीसदी की गिरावट के साथ 2.63 डॉलर पर पहुंच गया. मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन मौजूदा समय में 57,157.85 डॉलर पर ट्रेड कर रही है. बाजार में इसकी मौजूदगी करीब 0.23 फीसदी बढ़कर 41.09 फीसदी पर पहुंच गई है.

पिछवले 24 घंटों के दौरान कुल क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग वॉल्यूम 122.98 बिलियन डॉलर पर रहा है. इसमें 5.99 फीसदी की गिरावट आई है. जहां DeFi ( 18.77 बिलियन डॉलर) कुल क्रिप्टो वॉल्यूम का 15.26 फीसदी रहा है. वहीं, स्टेबलक्वॉइन्स क्रिप्टो मार्केट के 24 घंटों के मार्केट वॉल्यूम का 76.87 फीसदी रहे हैं.
Solana, Cardano में भी गिरावट
बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की बात करें, तो बिटक्वॉइन में 0.13 फीसदी की गिरावट आई है. जबकि, Ethereum 2.28 फीसदी की गिरावट के साथ 4,607.77 डॉलर पर पहुंच गया है. Binance Coin करीब 0.88 फीसदी गिरकर 625.70 डॉलर पर आ गया. दूसरी तरफ, Solana 9.17 फीसदी की तेजी के साथ 231.83 डॉलर पर पहुंच गया है.
Cardano 1.36 फीसदी की गिरावट के साथ 1.55 डॉलर पर पहुंच गया है. वहीं, Avalanche 6.69 फीसदी की गिरावट के साथ 118.5 डॉलर पर मौजूद है. Polkadot 4.17 फीसदी घटकर 36.52 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. Litecoin भी 0.73 फीसदी की गिरावट के साथ 207.3 डॉलर पर आ गई है.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अनिश्चित्ता
मीमक्वॉइन SHIB भी करीब 11.16 फीसदी गिरी है. जबकि, DOGE में भी 3.45 फीसदी की गिरावट देखी गई है. भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अनिश्चित्ता जारी है. इस बीच इंफोसिस के चेयरमैन नंदन निलेकणि ने देश में बेहतर वित्तीय समावेशन लाने के लिए क्रिप्टो एसेट्स की भूमिका के बारे में बात की है. उनका कहना है कि एसेट्स के तौर पर क्रिप्टो की भूमिका है, लेकिन उन्हें कानूनों का पालन करना पड़ेगा. और यह सुनिश्चित करना होगा कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का रास्ता न बन जाए. उनका कहना है कि उन्हें इस एसेट को बहुत से युवा लोगों को वित्तीय बाजारों में लाने के लिए एंट्री प्वॉइंट के तौर पर इस्तेमाल करना होगा.
जहां सरकार ने जिक्र किया कि वह अभी भी क्रिप्टोकरेंसी विज्ञापनों को लेकर मौजूदा रेगुलेटरी फ्रेमवर्क को देख रही है कि उसे कैसे हैंडल करना है. वहीं, एडवरटाइजिंग स्ट्रैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने 1 दिसंबर को ऐलान किया था कि वह सरकार के साथ क्रिप्टोकरेंसी के विज्ञापनों की गाइडलाइंस में बदलाव करने को लेकर चर्चा कर रही है.


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