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यह पूरी तरह से संपर्क रहित प्रक्रिया है
कोरोना की दूसरी लहर के बीच के भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी बैंक खाताधारकों को बड़ी राहत दी है. भारतीय रिजर्व बैंक ने कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए केवाईसी (KYC) के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. RBI ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि KYC अपडेट नहीं होने पर ग्राहकों का बैंक खाता 31 दिसंबर 2021 तक बंद न करें. इसके अलावा, आरबीआई ने 1 दिसंबर 2021 तक लिमिटेड केवाईसी के उपयोग की भी अनुमति दी है. अब बैंक ग्राहकों की वीडियो KYC के जरिए खाता खोल सकते हैं.
बता दें कि केवाईसी अपडेट हाई रिस्क वाले ग्राहकों को कम से कम दो साल में एक बार, मध्यम जोखिम वाले ग्राहकों को 8 साल में एक बार और निम्न जोखिम वाले ग्राहकों को हर 10 साल में एक बार करना पड़ता है.
क्यों जरूरी है KYC
दरअसल KYC के तहत बैंक अपने ग्राहकों की पहचान के बारे में जानकारी लेता है. जब भी कोई ग्राहक बैंक खाता खुलवाने जाता है तो उसे अपनी पहचान के बारे में जानकारी देनी होती है. ताकि बैंकिंग सर्विसेज का दुरुपयोग न हो सके. हाई रिस्क कस्टमर्स के लिए यह हर दो साल में अपडेट करानी होती है. वहीं मीडियम रिस्क में यह 8 साल में अपडेट होती है. जबकि लो रिस्क कैटेगरी में इसे 10 साल में अपडेट कराना होता है.
अब पोस्ट या मेल से जमा कर सकेंगे KYC
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने कोविड-19 (COVID-19) महामारी की दूसरी लहर के चलते स्थानीय स्तर पर लागू किए जा रहे लॉकडाउन से ग्राहकों को होने वाली कठिनाइयों के मद्देनजर डाक या मेल के जरिए केवाईसी (KYC) दस्तावेज जमा कराने की इजाजत दी है.
IDBI बैंक ने शुरू की वीडियो केवाईसी अपडेशन की सुविधा
आईडीबीआई बैंक ने वी-सीआईपी के माध्यम से आवधिक केवाईसी अपडेशन की सुविधा शुरू की है. IDBI बैंक के ग्राहक अब बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध वी-सीआईपीलिंक के जरिए अपनी सुविधानुसार प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं. यह पूरी तरह से संपर्क रहित प्रक्रिया है
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