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अगर आप भी देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के ग्राहक हैं तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ग्रीन फंडिंग के तहत दिए जाने वाले होम लोन के नियमों में बड़े बदलाव करने की योजना बना रहा है।जानकारी के मुताबिक, एसबीआई अपने नए नियमों में हाउसिंग प्रोजेक्ट्स में रूफटॉप सोलर को अनिवार्य करने की योजना बना रहा है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में एसबीआई इसे भी होम लोन के दायरे में लाएगा. अगर ऐसा होता है तो एसबीआई केवल उन्हीं प्रोजेक्टों को लोन स्वीकृत करेगा, जिनमें बिल्डर अपने प्रोजेक्ट के मकानों की छतों पर सोलर यूनिट लगाएगा।
इसके साथ ही एसबीआई ग्रीन फंडिंग के पर्सनल होम लोन लेने वालों के लिए सोलर प्लेट खर्च के साथ-साथ लोन राशि भी स्वीकृत करेगा. एसबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक, आने वाले समय में बैंक बिल्डरों के लिए अपनी छतों पर रूफटॉप सोलर लगाना अनिवार्य करने की योजना बना रहा है। इसे एक बंडल डील के हिस्से के रूप में होम लोन आवेदकों के लिए अनिवार्य बनाया जा सकता है। यह लोन 10 से 20 साल की अवधि के लिए होगा.
ग्रीन फंडिंग योजना क्या है?
भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट के मुताबिक ग्रीन फंडिंग का मकसद स्वच्छ जलवायु पर जोर देना है. इसमें सोलर लाइट, सोलर लैंप, सोलर पैनल, वृक्षारोपण, बायो-टॉयलेट का निर्माण आदि शामिल हैं। दरअसल, विश्व बैंक ने 'सोलर रूफटॉप' फंडिंग की शुरुआत साल 2016 में की थी। इस तरह विश्व बैंक विभिन्न बैंकों को फंड मुहैया कराता है। दुनिया भर के देशों को स्वच्छ जलवायु अभियान से जोड़ा जा सके।
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